गहलोत सरकार हम नहीं गिराएंगे, दो-तिहाई बहुमत से 2023 में उखाड़ फेंकेंगे: शाह
एयरपोर्ट से जेईसीसी तक शाह का जगह-जगह हुआ वेलकम, चुनाव प्रचार का अभी से आगाज
जयपुर। केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह रविवार दोपहर जैसलमेर से जयपुर पहुंचे। यहां भाजपाइयों ने उनका एयरपोर्ट से लेकर सीतापुरा स्थित बैठक स्थल जेईसीसी तक जगह-जगह भव्य वैलकम किया। शाह ने यहां पहले भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में हिस्सा लिया और इसके बाद पंचायत से लेकर सांसद तक प्रदेश के दस हजार भाजपा जनप्रतिनिधियों का संकल्प महासम्मेलन में अपनी बात रही।
दोनों बैठकों में शाह का फोकस प्रदेश के आगामी 2023 में विधानसभा के चुनाव भाजपा को सत्ता में लाने को लेकर ही रहा। शाह ने जनप्रतिनिधि सम्मेलन में प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सीएम अशोक गहलोत को बस यही चिंता रहती है कि मेरी सरकार गिर जाएगी, उनके लोग भागे जा रहे हैं, लेकिन भाजपा उनकी सरकार नहीं गिराएगी।
2023 में दो-तिहाई बहुमत से सरकार बनाएंगे और कांग्रेस सरकार को मूल से उखाड़ फेंकेंगे। कार्यकर्ताओं में जोश भरते हुए कहा कि उन्हें अगली सरकार कच्ची-घोड़ी वाली नहीं प्रचंड बहुमत की चाहिए, उसमें जुट जाएं। कहा कि गहलोत सरकार अंतकर्लह में व्यस्त है। जनता की चिंता नहीं है। लूट, अपराध, बलात्कार, दलित अत्याचार बढ़ते जा रहे हैं। पूर्व वसुन्धरा सरकार ने जो राजस्थान का विकास किया था उसका बंटाधार कर दिया है। योजनाएं भी बंद कर दी है। यह भी कहा कि प्रदेश में कांग्रेस को अपने पक्ष में माहौल लगता है तो वे यूपी के साथ राजस्थान का चुनाव भी करा लें, परिणाम सामने आ जाएगा। मोदी सरकार के काम गिनाते हुए कहा कि पूर्व पीएम इंदिरा गांधी ने देश में गरीबी हटाओं का नारा दिया, लेकिन उसकी जगह गरीबों को हटाया। मोदी सरकार बनी तो गरीबी हटाने का काम शुरू हुआ। स्वास्थ्य की चिंता की और 5 लाख का नि:शुल्क चिकित्सा बीमा किया, गरीबों को मकान दिए, महिलाओं की धुएं में घुटती जिंदगी को बचाने के लिए उज्जवला गैस योजना में 13 करोड़ गैस कनेक्शन दिए, शौच को शर्मसार महिलाओं के लिए 11 करोड़ शौचालय दिए। कोरोना में 80 करोड़ गरीब परिवारों को भूख से बचाने के लिए दो साल तक 5 किलो गेहूं हर माह दिया। राहुल गांधी ने काम कुछ किया नहीं केवल टवीट करने का काम करते रहे हैं। सम्मेलन में भाजपा के प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह, केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह, अर्जुनराम मेघवाल, कैलाश चौधरी, नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया, उपनेता राजेन्द्र राठौड़, सभी पूर्व प्रदेशाध्यक्ष, सांसद, विधायक और बड़े नेता मौजूद थे।
शाह के भाषण के पॉलिटिकल मायने : प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में चुनाव लड़ेंगे
शाह ने कहा कि मोदी के नेतृत्व में लड़ेगे, इसके बाद भाजपाइयों में चर्चा है कि इस बार चुनावों में पहले सीएम का चेहरा घोषित नहीं होगा। जबकि अब तक भाजपा में सीएम चेहरा पहले घोषित होता रहा है।
पेट्रोल-डीजल पर वैट से भाजपा-केन्द्र का डेमेज कन्ट्रोल करेगी
केन्द्र ने कुछ दाम घटाएं है। क्योंकि आसमां छूते दामों पर केन्द्र सरकार घिरी है। अब डेमेज कन्ट्रोल के लिए राजस्थान के वैट को मुद्दा बनाएंगे। कहा कि गहलोत सरकार टैक्स हटाए। सरकारी तिजोरी की नहीं गरीब की चिंता करें। भाजपा शासित प्रदेशों में टैक्स घटाया, राहत दी। गहलोत संभल जाएं, नहीं तो जनता राह दिखा देगी।
बेरोजगारी भत्ता-किसान कर्ज माफी बड़े चुनावी मुद्दे होंगे
2018 के चुनावी वादों का गहलोत सरकार ने क्रियान्वयन किया है, लेकिन भाजपा सभी बेरोजगारों को भत्ता और किसानों के सभी लोन माफ करने के मुद्दे को अगले चुनाव तक जिंदा रख भुनाएगी। शाह ने कहा कि ना पूरा भत्ता मिला और ना किसानों का पूरा कर्जा माफ हुआ। केन्द्र ही किसानों की सोच रहा।
केन्द्र की योजनाओं से चुनावी मैदान में उतरेंगे
शाह ने अपने भाषण में आधे समय तक मोदी सरकार के कामों को ही गिनाया। इसमें राम मंदिर निर्माण, कश्मीर में धारा-370 हटाने, कोरोना वैक्सीन फ्री देने सहित अन्य योजनाएं थी।
मोदी- शाह ने राम मंदिर और कश्मीर में धारा-370 हटाने का वादा पूरा किया। कश्मीर में अब शांति का माहौल है। राम मंदिर का सपना पूरा हो रहा है। भाजपा अब दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी है। संसद में ऐतिहासिक सीटें हैं। प्रदेश में कांगे्रस सरकार अदृश्य है। सब कुछ अस्त-व्यस्त है। बिजली आती नहीं। सड़कें है नहीं। कानून व्यवस्था का बुरा हाल है। तीन साल में गिनती के काम भी नहीं हुए। जनता की जगह हमेशा सरकार गिरने की ही सीएम को चिंता रहती है। हमारी योजनाओं को बंद कर दिया। कुछेक के नाम बदलकर खुद क्रेडिट ले रहे हैं। किसानों का कर्जा आज तक माफ नहीं हुआ। देश में सबसे महंगा पेट्रो-डीजल के दाम है। सुदृढ़ और सशक्त भाजपा मिलकर 2023 में कमल खिलाएगी। - वसुन्धरा राजे, पूर्व सीएम, राजस्थान
प्रदेश में निरकुंश, अराजक और तानाशाही सरकार है। हमारे जनप्रतिनिधियों को जनता के काम कराने के लिए सरकार से जूझ रहे हैं। एक बार भाजपा, एक बार कांग्रेस का भ्रम टूट जाएगा। 2023 में कांग्रेस का सूरज हमेशा के लिए अस्त हो जाएगा। भाजपा प्रचंड बहुमत से जीतेगी। 2024 में भी 25 की 25 सीटें भाजपा जीतेगी। - सतीश पूनिया, प्रदेशाध्यक्ष, भाजपा
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