एक्सपर्ट्स की राय : ओमिक्रॉन कम घातक, संक्रमण से बहुत कम होंगे बीमार, वैक्सीन जैसी इम्यूनिटी दे सकता है वायरस!
संक्रमण दर ज्यादा इसलिए तीसरी लहर आई तो समयावधि कम रहने की उम्मीद
जयपुर। दुनिया में साऊथ अफ्रीका में जन्में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के कम घातक होने से अब एक्सपर्ट इसे इम्यूनिटी विकसित करने वाला वैरिएंट साबित होने की उम्मीद जता रहे हैं। वायरस के सुपर माइल्ड होने के चलते ज्यादातर लोगों में इसके संक्रमण से बीमार होने के लक्षण भी नहीं आने का रिसर्च अब तक सामने आया है। प्रदेश के वरिष्ठ मेडिसिन के डॉक्टर मान रहे हैं कि हो सकता है कि इसका संक्रमण शरीर में वैक्सीन जैसा काम करे। चपेट में आने वाले लोग बीमार भी ना हों और वायरस के प्रति इम्यूनिटी भी विकसित हो जाए, जैसा कि कोरोना वैक्सीनेशन के डोज से हो रहा है। पुराने वायरस के बाद आईसीएमआर के सीरो सर्वे के मुताबिक राजस्थान में 70 फीसदी से ज्यादा लोगों में एंटीबॉडी मिली थी। ओमिक्रॉन संक्रमण बिना शरीर पर खास असर हुए, हर्ड इम्यूनिटी और ज्यादा मजबूत करेगा। वहीं चूंकि इसकी संक्रमण दर दूसरी लहर का कारण बने डेल्टा वैरिएंट से छह से सात गुना ज्यादा है, ऐसे में तीसरी लहर ओमिक्रॉन से आने की पूरी आशंका है, लेकिन कम समय में ही पहले से ज्यादा लोगों के शरीर में इसके पहुंचने और बीमार ना होने से इसकी समयावधि पहली और दूसरी लहर से कम रहने की आस भी डॉक्टरों को है।
सीएम हेल्पलाइन 181 पर फोन करें, 10 लोग हैं तो आपके घर टीकाकरण करने आएंगे हैल्थ कर्मी
प्रदेश में कोरोना की तीसरी लहर की आशंकाओं के चलते सरकार ने मुख्यमंत्री हैल्पलाइन 181 पर घर बैठे टीकाकरण की सुविधा गुरुवार से शुरू कर दी है। दस लोग टीकाकरण के लिए एक साथ एकत्रित होने पर चिकित्साकर्मी उनके बताए स्थान पर जाकर टीकाकरण करेगा। हैल्थ कर्मी 24 घंटे में टीकाकरण करने आएगा। चिकित्सा विभाग के शासन सचिव वैभव गालरिया ने प्रदेशभर के चिकित्सा अधिकारियों को इसके आदेश दिए हैं। हैल्पलाइन पर टीकाकरण के लिए हैल्थ कर्मी भेजने की मांग करने पर तुरंत उसकी सूचना जिला और ब्लॉक स्तर के चिकित्सा अधिकारियों को दी जाएगी। वे टीकाकरण कराने के लिए फोन करने वाले व्यक्ति के मोबाइल नंबर पर बात करेगा। उनकी जगह और लोगों की संख्या पूछेगा। अगर वह तय समय पर आने में समर्थ होगा तो उसकी भी सूचना टीकाकरण कराने वालों को देगा और नई तारीख और समय बताएगा। इसके साथ ही हैल्पलाइन पर व्यक्ति अपने नजदीक टीकाकरण केन्द्र की जानकारी भी ले सकेगा।
चिंता केवल इनकी : उम्रदराज-कोर्मोबेडिटी वाले मरीजों को पहुंचा सकता है अस्पताल
विशेषज्ञों का मानना है कि ओमिक्रॉन की अभी तक देखने को मिल रही फितरत के अनुसार संक्रमण से बीमार होकर अस्पताल में गहन चिकित्सा सेवाओं की जरूरत उम्रदराज या कोर्मोबेडिटी यानी अन्य बीमारियों से पहले से पीड़ित चल रहे लोगों को होगी। चूंकि ऐसे लोगों में नए रोगों से लड़ने की प्रतिरोधक क्षमता इसके चलते कम हो जाती है। ऐसे में ओमिक्रॉन उन्हें ज्यादा बीमार कर सकता है। इंफेक्शन लंग्स में भी हो सकता है। अन्य कई साइड् इफेक्ट्स के चलते वे गंभीर बीमार हो सकते हैं।
संक्रमण दर ज्यादा है, घातक कम है। जैसा देख रहे हैं कि लोग बीमार भी नहीं हो रहे हैं। इम्यूनिटी और ज्यादा विकसित होने की उम्मीद है। वैक्सीन में जैसे कोरोना के तत्वों को शरीर में डालकर एंटीबॉडी विकसित कर इम्यूनिटी दी जाती है। वैसे ही उम्मीद है कि इसके संक्रमण से वैक्सीन सी इम्यूनिटी आए। हो सकता है आगामी दिनों में महामारी से यह बीमार एंडेमिक यानी सामान्य सर्दी-जुकाम जैसी ही रह जाए। - डॉ. वीरेन्द्र सिंह, सीनियर फिजिशियन एवं सदस्य, सीएम कोविड सलाहकार समिति
अब तक की स्टड़ी के अनुसार इससे हल्का बुखार या अधिकतर मरीजों में लक्षण ही नहीं आएंगे। लहर आने की आशंका तो है, लेकिन संक्रमण दर ज्यादा होने से पिछली लहरों से कम समयावधि रहने की उम्मीद है। मौतें भी अभी तक नहीं है।
- डॉ. रमन शर्मा, सीनियर फिजिशियन, एसएमएस अस्पताल
संक्रमण दर ज्यादा है, इसलिए संक्रमण बड़े स्तर पर होगा, लेकिन स्वस्थ्य व्यक्तियों के बीमार होने की आशंका काफी कम है। उम्रदराज या कोर्मोबेडिटी वाले मरीजों की चिंता है। हो सकता है कि उनके लंग्स तक इंफेक्शन पहुंचे और गंभीर बीमार होने से उन्हें चिकित्सा सेवाओं की जरूरत पड़े। - डॉ. सीएल नवल, सीनियर फिजिशियन, एसएमएस अस्पताल
प्रदेश में कोरोना के 24 नए रोगी मिले
प्रदेश में मंगलवार को कोरोना से 24 और लोग संक्रमित हुए हैं। इनमें जयपुर में 12, उदयपुर, बाड़मेर में 3-3, डूंगरपुर, अजमेर में 2-2, बीकानेर, झुंझुनूं में 1-1 व्यक्ति शामिल हैं। मंगलवार को नए रोगियों से एक ज्यादा यानी 25 संक्रमित रिकवर हुए हैं। ऐसे में एक्टिव केसों की संख्या में बीते दिन के मुकाबले एक कम 220 ही रह गए हैं। इनमें सर्वाधिक जयपुर में 105 एक्टिव केस हैं। इसके अलावा बीकानेर में 28, अजमेर में 20, उदयपुर में 16, अलवर में 9, बाडमेर में 8, जोधपुर में 7, नागौर में 6, डूंगरपुर में 5, हनुमानगढ़, पाली में 3-3, जैसलमेर, झुंझुनूं, गंगानगर में 2-2, कोटा, भीलवाड़ा, सीकर, दौसा में 1-1 एक्टिव केस हैं। शेष 15 जिलें फिलहाल कोरोना फ्री हैं। मंगलवार को कहीं कोई मौत भी कोरोना से नहीं हुई है।
हमारा स्वास्थ्य सामान्य है और कोई लक्षण भी नहीं है, हमें या तो होम क्वारंटाइन कर दिया जाए या किसी होटल या फिर निजी हॉस्पिटल में रखा जाए
कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट से संक्रमित साउथ अफ्रीका से आए परिवार के सभी सदस्यों का स्वास्थ्य सामान्य है और उन्हें कोई लक्षण नहीं है। दंपती और उनकी एक बेटी की तो तीन बार रिपोर्ट नेगेटिव भी आ चुकी है, लेकिन बड़ी बेटी (12 वर्षीय) अभी भी पॉजिटिव है। यह जानकारी साउथ अफ्रीका से आए परिवार के मुखिया ने नवज्योति से फोन पर बात करते हुए दी। उन्होंने बताया कि हम ऑमिक्रॉन पॉजिटिव आए जरूर थे, लेकिन हमें आरयूएचएस में भर्ती हुए पांच दिन हो गए हैं और इस दौरान भी हम चारों में किसी को भी कोई लक्षण नहीं है। हमारी रोजाना दिन में दो बार कोरोना की जांच की जा रही है। पिछली दो दिनों की जांचों में मैं, मेरी पत्नी और छोटी बेटी (सात वर्षीय) नेगेटिव आए हैं। बड़ी बेटी फिलहाल पॉजिटिव है, लेकिन उसमें कोई लक्षण नहीं है। जब हमने डॉक्टर्स से होम क्वारेंटाइन करने की बात कही तो डॉक्टर्स का कहना है कि जब तक सभी सदस्यों के तीन से चार सैंपल लगातार नेगेटिव नहीं आ जाते तब तक घर नहीं भेज सकते। अस्पताल में मिल रहे इलाज के बारे में बताते हुए उन्होनें कहा कि हमें एंटिबायोटिक्स दी जा रही है, लेकिन लक्षण नहीं होने के कारण हम उसे नहीं ले रहे हैं। अस्पताल की व्यवस्थाओं से परिवार खुश नहीं है, लेकिन यहां के चिकित्सकों और स्टाफ का अच्छा सहयोग मिल रहा है। खाना भी जयपुर में हमारे मित्र के यहां से भेजा जा रहा है। बस अस्पताल प्रशासन और सरकार से यही गुजारिश है कि हमें जल्द से जल्द होम क्वारेंटाइन कर दिया जाए या किसी होटल या फिर बड़े प्राइवेट अस्पताल में भेज दिया जाए।
ओमिक्रॉन पुराने वैरिएंट को मारने आया है, यह उतना पावरफुल नहीं : खाचरियावास
जयपुर। खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास ने कहा कि- यह जो नया वैरिएंट ओमिक्रॉन आया है, वह पुराने वाले खतरनाक वैरिएंट को मारने आया है। इसलिए यह कमजोर हो गया। यह मेरे व्यक्तिगत विचार है। मंत्रिपरिषद की बैठक के बाद मंगलवार को मीडिया से बातचीत करते हुए खाचरियावास ने एक सवाल के जवाब में यह बात कही। कांग्रेस की 12 दिसंबर को कोरोना के नए वैरिएंट के केस आने के बाद भी हो रही बड़ी रैली को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में खाचरियावास ने कहा कि मेरा व्यक्तिगत मानना है कि ओमिक्रॉन उतना पावरफुल नहीं है, यह पुराने वाले डेल्टा वैरिएंट को मारते हुए कमजोर हो गया है। मेरे एक विदेशी मित्र भी कह रहे थे कि यह वायरस पहले वाले खतरनाक वायरस का असर कम करेगा, ज्यादा तो विशेषज्ञ ही बता सकते हैं। पहली लहर में मैं खुद कोरोना का शिकार हो चुका हूं, लेकिन दूसरी लहर ज्यादा घातक थी। फिर भी हमें ओमिक्रॉन से डरना होगा। कोरोना प्रोटोकॉल का पालना करना होगा। हमें यह भी ध्यान रखना होगा कि जिन्दगी चलाना भी बहुत जरूरी है। कोरोना के बाद लोग भूख से लड़ रहे है।
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