लॉयन और टाइगर की धमक से ही बायोलॉजिकल पार्क मालामाल
अप्रेल से कमाई का आंकड़ा और बढ़ने की संभावना
इस वर्ष बायोलोजिकल पार्क ने लॉयन-टाइगर की रिलीज के साथ ही पिछले साल मार्च में हुई कमाई के सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। साथ ही पर्यटकों की संख्या में भी 3 हजार की बढ़ोतरी हुई है। इस वर्ष बायोलोजिकल पार्क 7 हजार 828 पर्यटकों के साथ 3 लाख 7 हजार 740 रुपए की आय कर चुका है।
कोटा। प्रदेश के सबसे बड़े अभेड़ा बायोलॉजिकल पार्क टाइगर और लॉयन की धमक से ही मालामाल हो गया है। साल के शुरुआती महीनों में ही पार्क लाखों रुपए कमा चुका है। 1 जनवरी से 26 मार्च तक पार्क करीब 11 लाख की कमाई कर चुका है। हालांकि, चंद दिनों पहले ही बाघ-बाघिन और शेरनी को दर्शकों के लिए डिस्पले एरिया में छोड़ा गया था। ऐसे में अप्रेल से कमाई का आंकड़ा और बढ़ने की संभावना है। वहीं, वन्यजीव विभाग की कोशिशों से पर्यटकों का नजरिए में भी बदलाव आया है। पिछले साल की अपेक्षा इस वर्ष पर्यटकों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। साथ ही जंगल के राजा और महाराजा के दीदार से लोगों की शिकायतें भी दूर हो गई। अब यहां आने वाले पर्यटकों के चेहरों पर लॉयन-टाइगर देखने की खुशी बायोलॉजिकल पार्क को सुकून पहुंचा रही है।
जनवरी में ही कमा लिए 5.51 लाख से ज्यादा
गत वर्ष से लॉयन और टाइगर लाने की सुगबुगाहट ने पर्यटकों की उत्सुकता बढ़ा दी थी। शेर व बाघ की तैयारियां और वन्यजीवों के दीदार को ही 13 हजार 180 पर्यटक जनवरी में बायोलॉजिकल पार्क पहुंच गए। जिससे पार्क को कुल 5 लाख 51 हजार 450 रुपए की कमाई हो गई। हालांकि, यह आंकड़ा पिछली जनवरी के मुकाबले कम है। उस समय बायोलोजिलक पार्क ने करीब 10 लाख का आंकड़ा छू लिया था। लेकिन, इसकी वजह इसी माह में बायोलॉजिकल पार्क को दर्शकों के लिए खोला जाना था।
लॉयन-टाइगर की रिलीज से मार्च ने तोड़ा रिकॉर्ड
मार्च माह में अमूमन पर्यटकों की संख्या कम हो जाती है, क्योेंकि गर्मी बढ़ने के साथ ही लोगों का नजरिया भी बदल जाता है। लेकिन, इस वर्ष बायोलोजिकल पार्क ने लॉयन-टाइगर की रिलीज के साथ ही पिछले साल मार्च में हुई कमाई के सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। साथ ही पर्यटकों की संख्या में भी 3 हजार की बढ़ोतरी हुई है। वन्यजीव विभाग से मिले आंकड़ों के मुताबिक, गत वर्ष मार्च में 4 हजार 730 पर्यटकों से 2 लाख 22 हजार 380 रुपए की कमाई हुई थी। जबकि, इस वर्ष बायोलोजिकल पार्क 7 हजार 828 पर्यटकों के साथ 3 लाख 7 हजार 740 रुपए की आय कर चुका है। जबकि, अभी महीना खत्म होने में 4 शेष हैं। ऐसे में राजस्व का आंकड़ा और बढ़ेगा।
दूसरे में घटी तो तीसरे माह में बढ़ी आय
फरवरी में 5 हजार 621 पर्यटकों से 2 लाख 21 हजार 610 रुपए की आय हुई। लेकिन कमाई का आंकड़ा अगले ही मार्च माह में फिर से बढ़ गया। क्योंकि, इस समय शेरनी और बाघ-बाघिन अभेड़ा की जमीन पर कदम रख चुके थे। जिन्हें प्रत्यक्ष रूप से देखने के लिए पर्यटक उत्साहित थे। नतीजन, 7 हजार 828 पर्यटक पहुंच गए। जिनसे सरकार के खजाने में 3 लाख 7 हजार 740 रुपए जमा हो गए। जबकि, मार्च खत्म होने में अभी 4 दिन शेष हैं। ऐसे में इस माह का आंकड़ा और बढ़ेगा।
एक ही दिन में कमाए 34 हजार
सहायक वनपाल मनोज शर्मा व फोरेस्टर बुद्धराम जाट ने बताया कि बाघ-बाघिन और शेरनी को दर्शक दीर्घा में छोड़ने के बाद सैलानियों का जबरदस्त रुझान देखने को मिला है। जंगल के राजा और महाराजा के दीदार के लिए रविवार को अभेड़ा में 778 पर्यटक पहुंच गए। जिससे वन विभाग को 34 हजार 230 रुपए की आय हो गई। आने वाले दिनों में कमाई का आंकड़ा नया बैंचमार्क स्थापित करेगा।
बाघ-बाघिन और शेरनी आने के साथ ही लोगों की शिकायतें बंद हो गई। साथ ही पर्यटकों का बायोलॉजिकल पार्क के प्रति रुझान भी बढ़ा है। प्रतिदिन बड़ी संख्या में शहरवासी परिवार के साथ टाइगर-लॉयन के दीदार को पहुंच रहे हैं। वहीं, पर्यटकों के लिए सुविधाएं विकसित की जा रहीं हैं। जल्द ही यहां ई-रिक्शा और कैफेटेरिया शुरू किए जाएंगे। जिससे पार्क की आमदनी में निश्चित रूप से और इजाफा होगा।
-राजबिहारी मित्तल, एसीएफ अभेड़ा बायोलोजिकल पार्क
उदयपुर के सज्जनगढ़ बायोलोजिकल पार्क से बब्बर शेर अली को लाने के प्रयास जारी हैं। भविष्य में भालू, लोमड़ी सहित अन्य वन्यजीव भी लाने की प्लानिंग है। इसके अलावा पर्यटकों के लिए 1.50 करोड़ की लागत से इंटरप्रिटेक्शन सेंटर बनाया जा रहा है. जिसमें आधुनिक आॅडियो विजुअल प्रकरण लगाए जाएंगे। इसके अलावा 10 हैक्टेयर में बायोडायवर्सिटी भी बनाया जाना है।
- सुनील गुप्ता, डीएफओ वन्यजीव विभाग
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