उत्तर पश्चिम रेलवे ने किया रिकॉर्ड 32.69 मिलियन टन का माल लदान
पहला स्थान प्राप्त किया
रेलवे में हो रहे दोहरीकरण, स्थाई गति प्रतिबंधों को समाप्त करना और नियमित मॉनिटरिंग से समयपालन में पहला स्थान प्राप्त किया है।
जयपुर। माल लदान में किए गए अभिनव प्रयासों से उत्तर पश्चिम रेलवे ने पहली बार इस वर्ष 32.69 मिलियन टन के आकड़े को प्राप्त किया है। साथ ही 96.88 प्रतिशत समयपालन हासिल कर पहला स्थान प्राप्त किया है। उत्तर पश्चिम रेलवे भारतीय रेलवे में लगातार चार वर्षों से पहले स्थान पर है। उत्तर पश्चिम रेलवे पर यात्री ट्रेनों के संचालन एवं समयपालन पर विशेष ध्यान केन्द्रित किया गया है। रेलवे में हो रहे दोहरीकरण, स्थाई गति प्रतिबंधों को समाप्त करना और नियमित मॉनिटरिंग से समयपालन में पहला स्थान प्राप्त किया है।
बिजनेस डवलपमेंट यूनिट के प्रयासों से हुई बढ़ोतरी
उत्तर पश्चिम रेलवे ने माल लदान में रिकॉर्ड इस वर्ष 32.69 मिलियन टन का माल लदान किया है। यह उत्तर पश्चिम रेलवे के गठन से अब तक का सर्वाधिक माल लदान है। उत्तर पश्चिम रेलवे पर इंडस्ट्रीयल वाटर, पुट्टी, प्याज, किन्नू और चाइना क्ले आदि नई कमोडिटीज का लदान शुरू किया गया है। मुख्यालय एवं मंडलों में गठित बिजनेस डवलपमेंट यूनिट के अभिनव प्रयासों से भी माल लदान को बढ़ावा मिल रहा है। माल लदान को बढ़ावा देने के लिए जोधपुर मंडल के मारवाड़ मुंडवा स्टेशन पर सीमेंट लदान को सुगम बनाने के लिए गति शक्ति टर्मिनल रिकार्ड 10 माह में स्थापित कर लदान शुरू कर दिया गया है।
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