सवालों के जवाब देने में कुछ मंत्री उलझे, तो कुछ जवाब नहीं दे पाए
प्रश्नकाल का पहला प्रश्न अनूपगढ़ विधानसभा क्षेत्र के स्वास्थ्य केंद्र में रिक्त पदों से जुड़ा रहा।
प्रश्नकाल के एक प्रश्न पर नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया ने सत्ता पक्ष के कृषि मंत्री लाल चंद कटारिया को जमकर घेरा।
जयपुर। विधानसभा में सोमवार को प्रश्नकाल में विधायकों की ओर से पूछे गए सवालों के जवाब देने में कुछ मंत्री उलझे, तो कुछ जवाब नहीं दे पाए।
चिकित्सा मंत्री ने कहा -स्थिति चिंताजनक
प्रश्नकाल का पहला प्रश्न अनूपगढ़ विधानसभा क्षेत्र के स्वास्थ्य केंद्र में रिक्त पदों से जुड़ा रहा। विधायक संतोष की ओर से पूछे गए सवाल पर चिकित्सा मंत्री परसादी मीणा ने जवाब दिया। मंत्री ने भी इस तरह की स्थिति को चिंताजनक मानते हुए सदन को अवगत करवाया कि ऐसे प्रकरण सामने आये हैं जहां स्वास्थ्य केंद्रों के कार्मिक नौकरी जयपुर में करते हैं और वेतन नाथद्वारा या सीकर से उठाते हैं। ये भी सामने आया है कि कई जगहों पर अतिरिक्त स्टाफ लगा हुआ है। कहीं 40 की जगह 70, तो कहीं 20 की जगह 40 का अतिरिक्त स्टाफ लगा हुआ है। मीणा ने कहा कि सरकार ऐसे मामलों में सख्ती का रुख दिखा रही है। कार्मिकों को वहां हर हाल में जोइनिंग देनी होगी जहां उन्हें नियुक्ति दी गई है। ऐसा नहीं करने वालों को नौकरी से हाथ गंवाना पड़ सकता है। नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि
जिस विधानसभा क्षेत्र में 31 पद सृजित हैं, और उनमें से महज़ 16 पद भरे गए हैं और शेष 15 रिक्त चल रहे हैं, इससे ज़ाहिर होता है कि विधायक की पीड़ा कितनी है। ये पीड़ा उनके सवाल में दिखती है। इस पर स्वास्थ्य मंत्री ने आश्वस्त किया कि यथासंभव रिक्त पड़े पदों को भर दिया जाएगा।
कटारिया ने कृषि मंत्री कटारिया को घेरा
प्रश्नकाल के एक प्रश्न पर नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया ने सत्ता पक्ष के कृषि मंत्री लाल चंद कटारिया को जमकर घेरा। दरअसल, विधायक गिरधारी लाल ने बीकानेर, सीकर व श्रीगंगानगर जिलों में डिग्गी निर्माण के अनुदान का मामला उठाया। जवाब लालचंद कटारिया ने दिया, जिसमें प्रशासनिक व वित्तीय स्वीकृति के स्थितियों को लेकर नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया ने आपत्ति उठाई। कटारिया ने सवाल किया कि आखिर सरकार ने कई मामलों में प्रशासनिक स्वीकृतियां तो दे दीं, लेकिन वित्तीय स्वीकृति क्यों नहीं दी? इसके जवाब में मंत्री गोल-मोल जवाब देते दिखाई दिए। मंत्री कटारिया ने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से अकाउंट्स में हुए बदलाव के कारण कई तरह की दिक्कतें आ रही हैं। इस बाबत राज्य सरकार की ओर से केंद्र को पत्र भी लिखा गया है, जल्द ही एक बार फिर पात्र लिखकर अवगत करवाया जाएगा। मंत्री ने आखिर में कहा कि ही पूरी जानकारी जुटाकर दे दी जाएगी।
कुछ बसें तो कोरोना काल मे बंद हो गई, कुछ घाटे में थी
विधायक अविनाश गहलोत ने जैतारण में परिवहन निगम की बसों के संचालन को लेकर प्रश्न पूछा। गहलोत सरकार से जानना चाहा कि जैतारण में पहले से ही संचालित बस बंद कर दी गई हैं और अब सिर्फ दो बसें ही चल रही हैं। सिर्फ दो बसें ही पर्याप्त हैं क्या? इस पर जवाब में परिवहन मंत्री बृजेन्द्र ओला ने कहा कि कुछ बसें तो कोरोना काल मे बंद हो गई, कुछ घाटे में थी, अब फिर से शुरू करने पर विचार करेंगे।
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