Rajasthan University के VC के लिए लगी बाहरी दावेदारों की कतार, स्थानीय के दरकिनार होने की संभावना
प्रो. गुलाब चंद जयसवाल (बनारस) और प्रो. अनिल कुमार राय (वर्धा) के नामों की चर्चा ज़ोरों पर
स्थानीय दावेदारों में प्रो. जे. पी. यादव और प्रो. बजरंग लाल ककरालिया का नाम चर्चा में है लेकिन इन दोनों का नाम सीकर यूनिवर्सिटी के पैनल में भी है जिसमें जल्दी ही नियुक्ति होनी है।
जयपुर। राजस्थान विश्वविद्यालय के कुलपति का पद खाली है और नियमित कुलपति के चयन के लिए सर्च कमेटी की मीटिंग 13 और 14 सितम्बर को होगी। कुलपति के लिए 200 से अधिक आवेदन प्राप्त हुए हैं और अगले कुलपति की नियुक्ति जल्द होने की संभावना है।
प्रो. गुलाब चंद जयसवाल (बनारस) और प्रो. अनिल कुमार राय (वर्धा) के नामों की चर्चा ज़ोरों पर है। प्रो. गुलाब चंद का नाम पहले भी आया था लेकिन कुछ शिकायतों के चलते राज्य सरकार ने सहमति नहीं दी थी और राजीव जैन आरयू के वीसी बन गए थे। राजीव जैन इस बार भी वीसी की दौड़ में है।
प्रो. अनिल राय का नाम सीकर पैनल में मगर आरयू के वीसी बनने की जुगत में
प्रो. अनिल राय का नाम सीकर के पैनल में भी है लेकिन आरयू की जुगाड़ में हैं। प्रो. अरविंद आचार्य जो बनारस से हैं उनका नाम भी आरयू वीसी के लिए चर्चा में है। स्थानीय दावेदारों में प्रो. जे. पी. यादव और प्रो. बजरंग लाल ककरालिया का नाम चर्चा में है लेकिन इन दोनों का नाम सीकर यूनिवर्सिटी के पैनल में भी है जिसमें जल्दी ही नियुक्ति होनी है। सीकर के पैनल में डॉ. देवी प्रसाद तिवारी का नाम भी है जो बिहार से हैं।
पिछले कुछ समय से यहाँ के शिक्षाविदों में इस बात को लेकर गहरी चिंता है कि प्रदेश के विश्वविद्यालयों में बाहरी लोगों को ही कुलपति बना दिया जाता है। गौरतलब है कि अपने कार्यकाल के चार साल पूरे होने पर राज्यपाल ने कुलपतियों की नियुक्ति के बारे में यह साफ किया है कि कुलपतियों की नियुक्ति में राज्य सरकार के साथ किसी तरह का मतभेद नहीं है और निर्धारित प्रक्रिया के तहत सभी नियुक्तियां राज्य सरकार की सहमति से ही की जाती हैं।
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