देश में 50 प्रतिशत आबादी के लिए न्याय आवश्यक : धनखड़
उनके अधिकार की पुष्टि है
धनखड़ ने लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए शिक्षा को सबसे प्रभावी और प्रभावशाली यंत्र बताया और कहा कि इससे भारत के विकास में तेजी आएगी।
नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने नारी शक्ति वंदन अधिनियम को एक युगांतकारी करार देते हुए कहा कि जब तक देश में 50 प्रतिशत मानवता के लिए न्याय सुनिश्चित करना आवश्यक है, जब तक न्याय सुनिश्चित नहीं किया जाता, तब तक समाज का विकास नहीं हो सकता। धनखड़ ने राजस्थान में बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस (बिट्स) के छात्रों और संकाय सदस्यों को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने महिलाओं को आरक्षण देने के विधेयक का उल्लेख करते हुए कहा कि यह महिलाओं के अधिकारों की मान्यता और उनके अधिकार की पुष्टि है।
धनखड़ ने लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए शिक्षा को सबसे प्रभावी और प्रभावशाली यंत्र बताया और कहा कि इससे भारत के विकास में तेजी आएगी। लोकतांत्रिक प्रक्रिया में जवाबदेही और नागरिक भागीदारी के महत्व को सुदृढ़ करते हुए प्रत्येक नागरिक को संसद में याचिका प्रस्तुत करने का अधिकार है।
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