
शेयर बाजार पर यूक्रेन संकट का रहेगा असर
छोटी कंपनियों में लिवाली का बल रहा
पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव परिणाम और कच्चे तेल की कीमत में आई गिरवाट से उत्साहित निवेशकों को लिवाली के बल पर दो प्रतिशत से अधिक बढ़कर गिरावट से उबरे शेयर बाजार पर रूस-यूक्रेन संकट, महंगाई और औद्योगिक उत्पादन के आंकड़ों का असर रहेगा।
मुंबई। पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव परिणाम और कच्चे तेल की कीमत में आई गिरवाट से उत्साहित निवेशकों को लिवाली के बल पर दो प्रतिशत से अधिक बढ़कर गिरावट से उबरे शेयर बाजार पर रूस-यूक्रेन संकट, महंगाई और औद्योगिक उत्पादन के आंकड़ों का असर रहेगा। बीएसई का तीस शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 1216.49 अंक यानी 2.24 प्रतिशत बढ़कर 55 हजार अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर से अधिक 55550.30 अंक और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 385.1 अंक अर्थात 2.37 प्रतिशत बढ़कर 16630.45 अंक पर आ गया।
छोटी कंपनियों में भी लिवाली का बल रहा। बीएसई का मिडकैप 691.37 की तेजी के साथ 23309.95 अंक और स्मॉलकैप 854.77 अंक बढ़कर 27141.43 अंक हो गया।
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