विधायक दल की बैठक के बाद बोले गहलोत, नेता प्रतिपक्ष के लिए आलाकमान को भेजा एक लाइन का प्रस्ताव
सरकार के खिलाफ माहौल नहीं था
प्रदेश में सरकार के खिलाफ लहर नहीं थी। राजस्थान वह राज्य था, जहां सरकार के खिलाफ माहौल नहीं था, जबकि होता यह है कि जहां सरकार होती है।
जयपुर। विधायक दल की बैठक के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पीसीसी में मीडिया से बातचीत की। गहलोत ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष को लेकर एक लाइन लाइन का प्रस्ताव पारित किया गया है। सभी विधायकों ने फैसला हाई कमान पर छोड़ा है। हमारे यहां यह परिपाटी रही है। अन्य सवालों के जबाव में कहा कि हमारा वोट शेयर कम नहीं हुआ, पहले जो वोट शेयर था, वही वोट शेयर आया है, लेकिन हमारे जो निर्दलीय जीते हुए थे, उनका वोट शेयर बीजेपी की तरफ चला गया। हमने विकास और स्थानीय मुद्दों पर चुनाव लड़ा। मेरा मानना था कि सरकार बन जाएगी। प्रदेश में सरकार के खिलाफ लहर नहीं थी। राजस्थान वह राज्य था, जहां सरकार के खिलाफ माहौल नहीं था, जबकि होता यह है कि जहां सरकार होती है, वहां बहुत सरकार के खिलाफ हो जाता है।
ध्रुवीकरण करने में भाजपा सफल हुई। बीजेपी ने यह चुनाव अलग तरीके से लड़ा। उन्होंने विकास की बात नहीं की। कन्हैयालाल पर वह चुनाव को लेकर चुनाव लड़ा। भाजपा ने झूठ की राजनीति कर चुनाव लड़ा। तरह-तरह की अफवाह राजस्थान में चलाई गई। देश में ज्यूडिशरी की धज्जियां उड़ाई जा रही है। देश का लोकतंत्र किस दिशा में जा रहा है, यह सोचने की आवश्यकता है। अपनी भूमिका को लेकर गहलोत ने कहा कि मेरी भूमिका पार्टी के साधारण कार्यकर्ता के रूप में रहेगी। मेरा कार्यकर्ताओं से अह्वान है कि वह लोकसभा चुनाव की तैयारी करें। सरकार पर कर्ज बढ़ने के आरोपों पर कहा कि किसी भी सरकार में खजाना खाली नहीं रहता। कर्ज पहले भी लिया जाता था और अब भी लिया जाता है। भाजपा का भ्रम पैदा करना अच्छी बात नही है। लोकसभा चुनाव को लेकर बैठक में मैंने सुझाव दिया है कि अच्छी उम्मीदवार की तलाश अभी से की जाए।
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