एमबीएस ओपीडी ब्लॉक की सात में से पांच लिफ्ट खराब
फैक्चर, गंभीर और श्वांस की बीमारी वाले मरीजों को भी जाना पड़ रहा सीढ़ियों से
अस्पताल की रोजाना लगभग 3000 की ओपीडी रहती है।
कोटा। एमबीएस अस्पताल के नए ओपीडी ब्लॉक में मौजूद सात लिफ्ट में से केवल दो लिफ्ट ही चालू अवस्था में हैं बाकी पांच लिफ्ट कई दिनों से बंद पड़ी हैं। जिसके चलते अस्पताल में आने वाले मरीजों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है। वहीं अस्पताल की कई विभागों की ओपीडी द्वितीय तल पर संचालित होती हैं जो समस्या को और बढ़ा देती हैं। लिफ्ट के बंद होने के चलते मरीजों को सीढ़ियों से चढ़ना पड़ रहा है। करीब एक महीने से बंद पड़ी लिफ्ट : अस्पताल की नई ओपीडी में मरीजों की सुविधा हेतु कुल सात लिफ्ट लगाई गई थी। जो शुरूआत में तो अच्छे से चली लेकिन समय के साथ एक एक करके खराब होती रही। वहीं वर्तमान में आलम यह है कि ओपीडी में मौजूद सात में से पांच लिफ्ट बंद हैं जिनका सारा भार केवल दो लिफ्ट पर आ गया है। जिसके कारण पैर में फैक्चर वाले मरीज भी सीढ़ियों से जाने पर मजबूर हैं। करीब एक महीने से बंद पड़ी इन लिफ्टों को अभी चालू नहीं किया जा सका है। अस्पताल में हड्डियों से लेकर अस्थमा तक के मरीज दिखाने आती हैं। साथ ही अस्पताल की रोजाना लगभग 3000 की ओपीडी रहती है। ऐसे में लिफ्ट की आवश्यकता और बढ़ जाती है।
लोगों का कहना है
ओपीडी की लिफ्ट कई दिनों से बंद पड़ी हैं, जिसके चलते लोगों को सीढ़ियां से दूसरे तल पर जाना पड़ रहा है। अस्पताल में सुविधा होने के बाद भी लोगों को उसके लिए परेशान होना पड़ रहा है।
- साहिद मोहम्मद, गुमानपुरा
अस्पताल की सात में से केवल दो लिफ्ट चालू हैं पांच बंद पड़ी हैं, सारा भार दो लिफ्टों पर आ जाने से जिन मरीजों को लिफ्ट की सबसे ज्यादा आवश्यकता है वो भी इससे वंचित रह जाते हैं।
- दिलीप शर्मा, बोरखेड़ा
मैं गुरूवार को एमबीएस अस्पताल में दिखाने गया था, मुझे अस्थमा की शिकायत है। अस्पताल पहुंचा तो पता चला कि लिफ्ट बंद हैं। सीढ़ियां चढ़ना मरे लिए मना है, फिर भी मजबूरन सीढ़ियों से जाना पड़ा।
- अदनान कुरैशी, रामपुरा
इनका कहना है
ओपीडी ब्लॉक की बंद पड़ी लिफ्टों की मरम्मत के लिए बिल्डिंग प्रभारी को पत्र लिखा हुआ है। साथ ही केडीए को भी समस्या से अवगत कराकर मरम्मत के लिए लिखा हुआ है। लिफ्टों को जल्दी ठीक कराने की कोशिश की जा रही है।
-धर्मराज मीणा, अधीक्षक, एमबीएस अस्पताल
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