पपलाज माता के दरबार में श्रद्धालुओं की कतार, मुख्य मेला कल
लाखों की तादाद में पहुंचे श्रद्धालुगण
लालसोट के आंतरी क्षेत्र में पहाड़ों के बीच स्थित जन-जन की आस्था का प्रतीक मानी जाने वाली पपलाज माता के यहां लक्खी मेले में सोमवार से हजारों की तादाद में पदयात्राओं एवं अपने वाहनों के माध्यम से श्रद्धालुओं की आवाजाही माता के दरबार में दिनभर बनी रही।
दौसा। लालसोट के आंतरी क्षेत्र में पहाड़ों के बीच स्थित जन-जन की आस्था का प्रतीक मानी जाने वाली पपलाज माता के यहां लक्खी मेले में सोमवार से हजारों की तादाद में पदयात्राओं एवं अपने वाहनों के माध्यम से श्रद्धालुओं की आवाजाही माता के दरबार में दिनभर बनी रही।
बुधवार को अष्टमी पर मुख्य मेला रहेगा। माता के दरबार में लाखों की तादाद में श्रद्धालु पहुंचकर पूजा अर्चना कर मन्नत मांग रहे हैं। सैकड़ो की तादाद में विगत तीन दिनों से पदयात्राएं माता के दरबार में पहुंच रही है। लालसोट से लेकर पपलाज माता तक के कुल 21 किमी लंबे रोड पर हजारों पदयात्रियों का रेला ही नजर आ रहा है। साथ ही रामगढ़ पचवारा,दत्तवास,निवाई सहित लालसोट एवं रामगढ़ पचवारा उपखंड क्षेत्र से पपलाज माता मंदिर तक श्रद्धालुओं की कतार लगी हुई है। मंगलवार की रात्रि को लालसोट से लेकर पपलाज माता तक पूरे रोड पर पदयात्रियों की कतारें ही कतारें बनी रही। चाहे रात का घना अंधेरा हो या दिन में कड़ी धूप, श्रद्धालु इसकी परवाह किए बिना माता के जयकारे लगाते हुए आगे बढ़ते ही दिखाई देते नजर आ रहे हैं। बुधवार को अष्टमी पर मेला पूरे शबाब पर होगा।
पपलाज माता के भक्तों के लिए नहीं है प्रकाश व्यवस्था
पपलाज माता के मेले के दौरान उचित प्रशासनिक इंतजामों के अभावों से श्रद्धालुओं को असुविधाओं का भी सामना करना पड़ रहा है। मेला परिसर में रोड पर कहीं भी प्रकाश की व्यवस्था नहीं की गई। लालसोट से कुटक्या मोड़ के बीच गोल सहित कई गांवों में अपने ही स्तर पर रात्रि को पदयात्रियों की सुविधा को देखते हुए ग्रामीणों ने रोडलाइट का प्रबंध किया है। लेकिन कुटक्या मोड़ के बाद पूरे पांच किमी के लंबे रोड पर एक भी जगह पर लाइट एवं पेयजल सुविधा नहीं मिली।
माता रानी के श्रद्धालुओं की सुरक्षा में जुटे हैं पुलिसकर्मी
मेले में पुलिस प्रशासन ने व्यापक प्रबंध किए है। पांच दर्जन से अधिक जवान व अधिकारी मेले की व्यवस्थाओं को सुचारू बनाने में जुटे है। यातायात अव्यवस्था को रोकने के लिए इस बार पुलिसकर्मी चौबीसों घंटे तैनात रहकर सभी वाहनों को करीब एक किमी दूर ही रोक रहे है। इससे यातायात व्यवस्था में सुधार है। मंदिर परिसर व मेला स्थल पर भी दिन रात पुलिस कर्मी गश्त करते हुए समाजकंटकों पर निगाह रख रहे हैं। लालसोट पुलिस उपाधीक्षक उदय सिंह, उपखण्ड अधिकारी नरेंद्र कुमार मीना, तहसीलदार अमितेश मीना, थाना प्रभारी महावीर सिंह शेखावत भी मेला परिसर में मौजूद रहकर व्यवस्थाओं पर निगरानी करते नजर आए। लालसोट पुलिस थानाधिकारी महावीर सिंह ने बताया कि महिला पुलिसकर्मियों व सादा वर्दी में भी जवानों को तैनात किया गया है।
पपलाज माता के भक्तों की रास्ते में खूब हो रही मनुहार
पपलाज माता के जा रहे भक्तों की जगह-जगह खूब मनुहार हो रही है। लालसोट राजौली मोड़ से ग्राम पंचायत राजोली से लेकर कुटक्या मोड़ तक भक्त मण्डलों द्वारा जगह-जगह भंडारे लगाकर श्रद्धालुओ की मनुहार कर उन्हें खाना, नाश्ता एवं चाय पानी,फल की व्यवस्था में जुटे हुए हैं। वहीं बड़का चौराहा राजौली, सोनंदा, डिगो, गोल, कुक्टया सहित कई गांवों में जगह-जगह माता के भक्तों की खूब मनुहार की जा रही है। ग्रामीणों की ओर से भक्तों से जगह जगह भोजन, नाश्ता व चाय-पानी सहित फल आदि की मनुहार की जा रही है। मान्यता के अनुसार पपलाज के पुजारी ने बताया माता पहाड़ को चीरकर अपने आप प्रगट हुई माता रानी वहीं पुजारी ने बताया कि पपलाज माता भैंसें पर सवार होकर भक्तों के दुखड़े दूर करते हुए भक्तों की पीड़ा हरती हैं। वहीं पपलाज माता के भक्तों की मन्नतें पूरी होने पर भक्त देसी घी से बने पुएं व खीर की सवामणी कर माता रानी के भोग लगाते हैं। वहीं पुजारी ने बताया कि पपलाज माता का लख्खी मेला एक वर्ष में दो बार आयोजित होता है बैसाख माह की अष्टमी एवं भाद्रपद मास की अष्टमी को मेले में लाखों की तादाद में भक्त पहुंचकर माता रानी के चरणों में हाजिरी लगाकर आशीर्वाद लेते हैं। माताजी के नवविवाहित जोड़े व बच्चों के जात, जडूला समेत भक्तों की मनोकामना पूर्ण होने पर देसी घी की सवामणी करते हैं। मंगलवार को दर्जनों की तादाद में पदयात्राएं माता के दरबार में जाती हुई नजर आई जिसमें भारी तादाद आदमी हर पद यात्रा में श्रद्धालुओं की काफी मौजूदगी बनी रही। वहीं माता की जयकारों के साथ श्रद्धालु अपने गंतव्य की ओर बढ़ते नजर आए।
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