वासुपूज्य भगवान के निर्वाणोत्सव पर चढ़ाया गया निर्वाण लाडू
दशलक्षण महापर्व महोत्सव में ब्रह्मचर्य धर्म की पूजा हुई
जनकपुरी में ब्रह्मचर्य धर्म की तथा आदिनाथ से अनंत नाथ भगवान का भक्ति भाव के साथ पूजन हुआ।
जयपुर। जनकपुरी-ज्योतिनगर जैन मंदिर में दशलक्षण महापर्व महोत्सव में ब्रह्मचर्य धर्म की पूजन हुआ। प्रबंध समिति अध्यक्ष पदम जैन बिलाला ने बताया कि प्रातः आठ परिवारों ने भगवान को नये सिंहासन पर विराजमान किया। इसके बाद विधान मण्डल पाण्डुशिला पर अभिषेक शान्तिधारा विद्या विकास निकिता साख़ूनियाँ परिवार ने की।
बिलाला ने बताया कि वेदी पर नयी पाण्डुशिलाओं पर प्रथम अभिषेक सुभाष राजेश गर्ग, अशोक अंजू बाकलीवाल व देवेंद्र मीना कासलीवाल ने किया। शान्तिधारा राकेश नवीन बाकलीवाल परिवार ने की। अभिषेक पूजन के दौरान युवाओं ने केसरिया धोती दुपट्टा आदि वस्त्र पहनकर पूजा अर्चना की। इसके बाद नित्य पूजन, ब्रह्मचर्य धर्म विधान पूजन, आदिनाथ से अनंत नाथ भगवान की पूजन शिखर चन्द किरण जैन ने साज बाज के साथ कराई, जिसमें सभी ने करतल ध्वनि व भक्ति के साथ सहभागिता की।
पूजा के बाद ब्रह्मचर्य धर्म के १०८ जाप्य स्वाहा स्वाहा बोलते हुए किये गये। दिन में चौबीस तीर्थंकर की पूजा की गई। शाम को वार्षिक अभिषेक में भगवान की माला पहनने का सौभाग्य चौदह पुण्यशालियों को प्राप्त हुआ। रात्रि में प्रतिक्रमण कार्यक्रम आयोजित किया गया। प्रातः भगवान वासुपूज्य के निर्वाण उत्सव पर पूजन व निर्वाण काण्ड का वाचन कर निर्वाण लाडू मंजु राकेश पाटनी परिवार ने चढ़ाया। इधर दश दिवसीय विधान मंडल के समापन पर मुख्य कलश लेने का सौभाग्य प्रमोद स्वेता बडजात्या परिवार को मिला।
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