असर खबर का - मुकुंदरा के बफर जोन से अवैध कब्जे ध्वस्त

उच्चाधिकारियों को भेजे प्रस्ताव: बोराबास रैंज की टूटी दीवारों की होगी मरम्मत, बनेंगे चौकी-नाके

असर खबर का - मुकुंदरा के बफर जोन से अवैध कब्जे ध्वस्त

200 हैक्टेयर जंगल में नेचुरल हैबीटॉट करेंगे होगा डवलप ।

कोटा। मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व  के बफर जोन में लंबे समय से हो रहे अवैध कब्जे वन विभाग ने धवस्त कर दिए। वहीं, दो किमी के दायरे में जगह-जगह से टूटी दीवारों की मरम्मत इसी सप्ताह से करवाई जाएगी। साथ ही अतिक्रमण व अवैध गतिविधियों की रोकथाम के लिए यहां चौकी-नाके का निर्माण करवाया जाएगा। इसके लिए विभाग को बजट भी जारी हो चुका है। बता दें, गत 23 जून को दैनिक नवज्योति ने मुकुंदरा के बफर जोन में अवैध कब्जे शिर्षक से खबर प्रकाशित कर अधिकारियों व प्रशासन का ध्यान आकर्षित किया था। खबर प्रकाशित होने के बाद अधिकारियों ने अवैध कब्जे कटाने व दीवारों की मरम्मत करवाने के लिए प्रस्ताव बनाकर मुख्यालय भिजवाएं थे। दरअसल, रावतभाटा रोड स्थित बोराबास रेंज के जंगल में नयागांव से डायवर्जन चैनल तक जगह-जगह लोगों ने अवैध कब्जे कर बाड़े बना रखे थे।  यहां लंबे समय से खनन, अतिक्रमण, कटान सहित अवैध गतिविधियां हो रही थी। 

चौकी-नाके बनेंगे, तैनात होंगे वनकर्मी
डायवर्जन चैनल के पास चौकी व नाके का निर्माण करवाया जाना प्रस्तावित है। इस वर्ष यह काम प्राथमिकता से करवाया जाएगा। चौकी बनने से यहां पांच से छह वनकर्मी व बोर्डर होमगार्ड तैनात हो सकेंगे। जिससे जंगल की मॉनिटरिंग पहले से बेहतर हो सकेगी। साथ ही नियमित गश्त बढ़ने से अवैध गतिविधियों पर अंकुश लग सकेगा।

अब छह फीट ऊंची होगी सुरक्षा दीवार
बोराबास रेंज के रेंजर जनक सिंह ने बताया कि  कुछ दिन पहले ही नयागांव, दौलतगंज व डायवर्जन चैनल तक जंगल में हो रहे अवैध कब्जोें को पूरी तरह से ध्वस्त कर दिए हैं। ऐसे में अब यहां  नयागांव से डायवर्जन चैनल तक करीब दो किमी के दायरे में टूटी सुरक्षा दीवारों की मरम्मत करवाने का काम शुरू किया जाएगा। साथ ही दीवारों की ऊंचाई दो  फीट और बढ़ाई जाएगी। इस तरह से पक्की दीवार की ऊंचाई 4 फीट से बढ़कर अब 6 फीट हो जाएगी। मरम्मत व निर्माण के लिए एस्टीमेट बनाकर उच्चाधिकारियों को भिजवा दिए गए हैं। इसी सप्ताह से काम शुरू हो जाएगा। 

पहले समझाइश फिर कार्रवाई
रेंजर सिंह ने बताया कि पिछले महीने से अतिक्रमियों को अपने कब्जे हटाने के लिए नोटिस देकर समझाइश की गई थी। इसके बाद गत 29 व 30 सितम्बर को प्रशासन व पुलिस के सहयोग से अतिक्रमण  हटा दिए गए। दीवारों की मरम्मत होने से जंगल में अवैध प्रवेश बंद हो जाएगा।

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इन क्षेत्रों में होता है अवैध खनन 
मुकुंदरा की बोराबांस रेंज 12 हजार 684 हैक्टेयर में फैली हुई है। लेकिन, नयागांव से डायवर्जन चैनल तक करीब 500 मीटर के दायरे में ही 60 से ज्यादा जगहों से सुरक्षा दीवार टूटी हुई है। माफियाओं ने दीवारें तोड़ आने-जाने का रास्ता बना लिया है। नयागांव में पटवार घर के पीछे, दौलतगंज में बालाजी मंदिर के पीछे, मोदी लॉ कॉलेज के सामने वाला क्षेत्र, डायवर्जन चैनल से सटा इलाका, भंवरकुंज के आसपास का क्षेत्र व नृहसिंह माता मंदिर सहित कई इलाकों में अवैध खनन होता है।दीवारों की मरम्मत होने व ऊंचाई बढ़ने से अवैध गतिविधियों पर लगाम लग सकेगी।

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यहां से शुरू होगी जंगल सफारी 
बोराबास रैंज में डायवर्जन चैनल से जंगल सफारी का रुट प्रस्तावित है। इसलिए यहां चौकी का निर्माण करवाया जाएगा। फिलहाल मुकुंदरा में सफारी अभी दरा में ही चल रही है, जो शहर से करीब 50 किमी दूर पड़ता है। ऐसे में सफारी के प्रति लोगों का रुझान नहीं है। जबकि, बोराबास रेंज शहर से सटी है और इस जंगल में लैपर्ड और भालूओं की संख्या अधिक है। सफारी शुरू होने से पर्यटकों को वन्यजीवों की साइटिंग आसानी से हो सकेगी। 

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ग्रासलैंड व वाटर प्वाइंट होंगे डवलप
रावतभाटा रोड स्थित नयागांव से बोराबांस नाके के बीच जंगल पठारी क्षेत्र है। वहीं, प्राकृतिक वाटर प्वाइंट गर्मियों में सूखे रहते हैं।  जिसकी वजह से वन्यजीव रोड के सामने आवंली रोजड़ी आबादी इलाके में रुख करते हैं। कई बार वन्यजीव वाहनों की चपेट में आ जाते हैं। लेकिन अब मुकुंदरा प्रशासन द्वारा जंगल के 200 हैक्टेयर वनक्षेत्र में ग्रासलैंड व आर्टिफिशियल वाटर प्वाइंटों का निर्माण करवाया जाएगा।  

खत्म होने से बचेगा वन्यजीवों का हैबीटॉट
बोराबास रेंज के जंगलों में लेपर्ड, हिरण, लोमड़ी, भालू, हायना, नीलगाय सहित कई वन्यजीवों का नेचुरल हैबीटॉट है। अवैध खनन, वाहनों का शौर, पत्थर तोड़ने की आवाज, घुसपैठ सहित अन्य संदिग्ध गतिविधियों से उनका प्राकृतिक आवास नष्ट हो रहा है। साथ ही जैव विविधता भी खत्म हो रही है। वन्यजीवों का जीवन चक्र प्रभावित होने से उनका अस्तित्व खतरे में पड़ रहा है। ऐसे में विभाग द्वारा यहां ग्रासलैंड विकसित किया जाएगा। जिससे जंगली जानवरों का प्राकृतिक आवास सुरक्षित हो सकेगा।

यह एरिया काफी सेंसेटिव है। यहां लोगों की समझाइश कर प्रशासन के सहयोग से अवैध कब्जे हटा दिए गए हैं। इसी सप्ताह में दीवारों की मरम्मत कार्य शुरू करवा दिया जाएगा। साथ ही दीवारों की 2-2 फीट ऊंचाई बढ़ाई जाएगी। इसके लिए एस्टीमेट बनाकर उच्चाधिकारियों को भिजवा दिए हैं।
- जनक सिंह, रेंजर बोराबास, मुकुंदरा टाइगर  रिजर्व

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