कश्मीर कभी नहीं बनेगा पाकिस्तान का हिस्सा, पाकिस्तान को कायरतापूर्ण हमले रोकने होंगे: फारूक अब्दुल्ला
एक श्रमिक शिविर पर आतंकवादी हमला हुआ
हाल के वर्षों में, कश्मीर में नागरिकों पर हुए सबसे घातक हमलों में से यह एक है।
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के गंदेरबल जिले में एक डॉक्टर सहित 7 श्रमिकों की हत्या के एक दिन बाद नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि पाकिस्तानी नेतृत्व को भारत से मित्रता का हाथ बढ़ाने से पहले कायरतापूर्ण (आतंकवादी) हमले को रोकना होगा।अब्दुल्ला में कड़े लहजे में कहा कि आतंकवादी हमलों से कश्मीर कभी पाकिस्तान का हिस्सा नहीं बनेगा।
दरअसल, श्रीनगर-लेह राजमार्ग पर सोनमर्ग पर्यटक रिसॉर्ट के पास एक श्रमिक शिविर पर आतंकवादी हमले में एक डॉक्टर सहित सात श्रमिक मारे गए और पांच अन्य श्रमिक घायल हो गये। हाल के वर्षों में, कश्मीर में नागरिकों पर हुए सबसे घातक हमलों में से यह एक है।
नेकां अध्यक्ष ने सवाल किया कि यह दुखद घटना है। इन दरिंदों ने कल इन निर्देाष लोगों को शहीद कर दिया। मुझे बताइए, इन दरिंदों को इससे क्या हासिल होगा? क्या उन्हें लगता है कि वे ऐसी हरकतों से कश्मीर को पाकिस्तान का हिस्सा बना सकते हैं? उन्होंने कहा कि ऐसी हिंसा कई सालों से जारी है।
अब्दुल्ला ने श्रीनगर में संवाददाताओं से कहा कि वे (आतंकवादी) वहां से आ रहे हैं। हम इस मामले को सुलझाने की कोशिश कर रहे हैं ताकि हम आगे बढ़ सकें और इन कठिनाइयों को दूर कर सकें। मैं पाकिस्तान के शासकों से कहना चाहता हूं। अगर वे वास्तव में भारत के साथ दोस्ती चाहते हैं, तो उन्हें इसे रोकना होगा। कश्मीर पाकिस्तान नहीं बनेगा। ऐसा नहीं होगा, ऐसा नहीं होगा। कृपया हमें सम्मान के साथ जीने दें।
नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष ने याद दिलाया कि पाकिस्तान ने 1947 में कश्मीर में कबायली हमलावरों को भेजकर इस आक्रमण की शुरुआत की थी। उन्होंने कहा कि आपने (पाकिस्तान ने) तब निर्दोष लोगों को मारा था। क्या कश्मीर पाकिस्तान का हिस्सा बन गया? पिछले 75 सालों में ऐसा नहीं हुआ और अब भी ऐसा नहीं होगा।
अब्दुल्ला ने पाकिस्तान को अपनी प्रगति और विकास पर ध्यान केंद्रित करने की सलाह दी। उन्होंने भारत को पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई करने के सवाल पर कहा कि इस मामले पर उनकी कोई टिप्पणी नहीं है, क्योंकि यह केंद्र सरकार का फैसला है। उन्होंने कहा कि जब तक निर्दोष लोगों की हत्या होती रहेगी, तब तक भारत और पाकिस्तान के बीच कोई बातचीत नहीं हो सकती।
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