दौसा में कांग्रेस के गढ़ को नहीं ढहां पाए किरोड़ी, खींवसर बचाने में नाकाम रहे बेनीवाल
किरोड़ी के लाख प्रयासों के बावजूद अपने भाई को नहीं दिला सके जीत
ओला परिवार के अमित ओला को टिकट दिया गया था, लेकिन कांग्रेस से ओला चुनाव जीत नहीं सके।
जयपुर। राजस्थान में विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में दौसा और खींवसर सीट सबसे हॉट सीट थी, क्योंकि दौसा में कृषि मंत्री और पूर्वी राजस्थान के कद्दावर नेता किरोड़ी लाल मीणा के भाई जगमोहन मीणा भारतीय जनता पार्टी और खींवसर में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल की पत्नी कनिका बेनीवाल चुनाव लड़ रही थी। दौसा में किरोड़ी के लाख प्रयासों के बावजूद वह अपने भाई को और भाजपा को जीत दर्ज नहीं कर सके। ऐसे में कांग्रेस के एक बार फिर से दौसा विधानसभा क्षेत्र में काबिज हो गई है। यहां कांग्रेस ने बिल्कुल नए और सामान्य चेहरे डीसी मीणा को मैदान में उतारा था, जिन्होंने किरोड़ी के भाई को चुनाव हरा दिया है।
वहीं खींवसर विधानसभा क्षेत्र को राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी का गढ़ माना जाता था, लेकिन यहां हनुमान बेनीवाल की पत्नी कनिका बेनीवाल को भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार रेवंत राम डांगा ने हरा दिया है और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के सुप्रीमो बेनीवाल के गढ़ को ढहा दिया है । वहीं झुंझुनू में कांग्रेस के ओला परिवार की सीट उनके हाथ से सरक गई है। यहां ओला परिवार के अमित ओला को टिकट दिया गया था, लेकिन कांग्रेस से ओला चुनाव जीत नहीं सके। यहां भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार राजेंद्र भांबू ने चुनाव जीत लिया है।
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