पूर्व वर्ल्ड चैंपियन ने साझा किया दर्द, युवाओं के जुड़ाव से आने वाला कल कैरम का होगा

2003 में की थी अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत

पूर्व वर्ल्ड चैंपियन ने साझा किया दर्द, युवाओं के जुड़ाव से आने वाला कल कैरम का होगा

कैरम में वर्ल्ड चैंपियनशिप जीती और वर्ल्ड कप भी लेकिन ये खेल अब भी पहचान और सम्मान का मौहताज है:अपूर्वा

जयपुर। मैंने कैरम के खेल में अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर ढेरों खिताब जीते लेकिन वो पहचान और सम्मान हासिल नहीं हुआ, जो अन्य खेलों के विजेताओं को मिलता है। पहले इसे लेकर कुछ मायूसी होती थी लेकिन अब तो इस खेल से इतना प्यार हो गया है कि लगता है बस खेलते ही रहो। यह कहना है दो बार की वर्ल्ड चैंपियन और वर्ल्ड कप विजेता हैदराबाद की साई कुमार अपूर्वा का। अपने प्रशंसकों के बीच एस अपूर्वा के नाम से चर्चित ये खिलाड़ी भारतीय जीवन बीमा निगम खेलों में हिस्सा लेने जयपुर आई हैं। बुधवार को एसएमएस इंडोर स्टेडियम में नवज्योति से बातचीत में अपूर्वा ने अपना दर्द बयां किया लेकिन साथ ही कहा कि अब तो खेलते हुए तीस साल हो गए हैं। अपूर्वा ने कहा कि अब फेडरेशन भी अपने स्तर का काफी काम कर रहा है। यंग जेनरेशन इस खेल से जुड़ रही है और अब तो कई यंग प्लेयर चैंपियन बन रहे हैं। आने वाला समय निश्चित रूप से इस खेल का होगा। 

आठ साल की उम्र में की शुरुआत
हैदराबाद में 1981 में जन्मी अपूर्वा ने बताया कि उन्होंने पिता से प्रेरणा लेकर आठ साल की उम्र में खेल की शुरुआत की। पिता ही उनके कोच भी हैं। अपूर्वा ने बताया कि उन्हें इस खेल के जरिए ही स्पोर्ट्स कोटा में एलआईसी में जॉब मिला। वे आज वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी के पद पर हैं। लेकिन सरकारी स्तर पर जरूर ये खेल अब भी अनदेखी का शिकार है। ढेरों वर्ल्ड चैंपियन इस खेल ने दिए हैं लेकिन अब तक कैरम के सिर्फ एक खिलाड़ी मारिया इरुद्यम को ही अर्जुन पुरस्कार से नवाजा गया है। 

2003 में की अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत
अपूर्वा ने बताया कि उन्होंने अपने अंतरराष्ट्रीय  करियर की शुरुआत 2003 फ्रांस में इंटरनेशनल कैरम फेडरेशन कप से की और पहले ही प्रयास में खिताब जीता। इसके अगले वर्ष उन्होंने कोलम्बो में वर्ल्ड चैंपियनशिप में महिला एकल खिताब अपने नाम किया। अपूर्वा ने दूसरी बार वर्ल्ड चैंपियनशिप का खिताब 2016 में बर्मिंघम में जीता। उन्होंने बर्मिंघम में एकल, युगल और टीम इवेंट तीनों में गोल्ड जीते। अपूर्वा ने 2018 वर्ल्ड कप में भारत की ही काजल कुमारी को हराकर खिताब पर कब्जा किया। 

पति हैं नेशनल बैडमिंटन प्लेयर
अपूर्वा ने बताया कि उनके पति किशोर कुमार बैडमिंटन के नेशनल प्लेयर हैं। वे तेलंगाना से खेलते हैं। अब बेटा भी बैडमिंटन खेल रहा है। अपूर्वा ने कहा कि बेटे ने खेल का चयन अपनी पसन्द के अनुसार किया। उसकी फिजिकल स्पोर्ट्स में ज्यादा रुचि थी। 

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