महापुरुष के नाम पर चौराहा, पीने का पानी न जनसुविधा

नयापुरा स्थित विवेकानंद सर्किल पर व्यापारी और आमजन को हो रही समस्या

महापुरुष के नाम पर चौराहा, पीने का पानी न जनसुविधा

व्यापारियों व दुकानों पर काम करने वाले कर्मचारियों को तो परेशानी का सामना करना ही पड़ रहा है।

कोटा। नयापुरा स्थित विवेकानंद चौराहा कहने को तो  शहर का प्रवेश द्वार है। जयपुर समेत बाहर से आने वाला हर व्यक्ति इस चौराहे से होकर गुजरता है। लेकिन महापुरुष विवेकानंद  के नाम पर बने चौराहे और उनकी विशाल मूर्ति के बावजूद उस चौराहे पर न तो पीने के पानी की व्यवस्था है और न ही जन सुविधा। जिसके कारण स्थानीय दुकानदार व व्यापारियों के साथ ही आमजन को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कोटा उत्तर विधानसभा क्षेत्र में स्थित है विवकानंद चौराहा। उस विधानसभा में जहां से पिछली कांग्रेस सरकार में स्वायत्त शासन मंत्री  रहे हैं। वहीं पूर्व मंत्री वर्तमान में विधायक है। नगर निगम कोटा उत्तर क्षेत्र  का यह चौराहा जहां से शहर की प्रथम नागरिक महापौर निर्वाचित है। जिस विवेकानंद चौराहे के नजदीक शहर का सबसे बड़ा व पुराना  रोडवेज का केन्द्रीय बस स्टैंड है। निजी बसों से हजारों लोगों का रोजाना शहर में आना व शहर से  बाहर जाना होता है। उस विवेकानंद चौराहे पर पीने के पानी के लिए न तो एक भी वाटर कूलर है और न ही पर्याप्त संख्या में सार्वजनिक शौचालय। जिससे स्थानीय व्यापारियों व दुकानों पर काम करने वाले कर्मचारियों को तो परेशानी का सामना करना ही पड़ रहा है। वहीं चौराहे पर आने वाले लोगों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जन सुविधा के अभाव में महिलाओं को अधिक परेशानी हो रही है। 

सौन्दर्यीकरण के तहत हटाया वाटर कूलर
नयापुरा स्थित विवेकानंद चौराहे पर पूर्व में चौराहा व्यापार संघ की ओर से वाटर कूलर लगाए गए थे। लेकिन पिछली कांग्रेस सरकार के समय में चौराहे का विकास व सौन्दर्यीकरण कराया गया  था। जिसके तहत चौराहे पर लगे वाटर कूलर को वहां से हटा दिया गया। लेकिन हालत यह है कि उसे हटाने के बाद से अभी तक दोबारा नहीं लगाया गया है। जिसका खामियाजा सभी को भुगतना पड़ रहा है। 

5 मिनट की जगह 15 से 20 मिनट का समय
स्थानीय दुकानदारों ने बताया कि चौराहे पर जन सुविधा पर्याप्त नहीं होने से नवल सर्किल के पास की दुकान पर काम करने वाले को लघुशंका के लिए पूरा चौराहा पार कर बालाजी मंदिर गेट के पास जाना पड़ रहा है। ऐसे में पहले नजदीक बने मूत्रालय से जहां उसके 5 मिनट लग रहे थे वहीं अब 15 से 20 मिनट का समय लग रहा है। ऐसा दिनभर में कई बार हो रहा है। जिससे दुकानदारों  द्वारा अपने कर्मचारियों पर नाराजगी जताई जा रही है। लेकिन उनके साथ मजबृूरी  होने से वह भी कुछ नहीं कर पा रहे।   

जन सुविधा का अभाव
चौराहे का क्षेत्र काफी बड़ा है। वहां बड़ी संख्या में होटल, प्रतिष्ठान, दुकानें व ट्रेवल्स एजेंट है। निजी बसों के अलावा रोडवेज बसों से भी लोग आते हैं। रोजाना हजारों लोगों का आवागमन रहता है। लेकिन उसके बावजूद यहां जन सुविधा का अभाव है।  स्थानीय व्यापारी महेश आहूजा ने बताया कि पहले चौराहे पर दो से  तीन जगह पर मूत्रालय व शौचालय बने हुए थे। लेकिन सौन्दर्यीकरण के दौरान उन्हें हटा दिया गया। उसके स्थान पर मात्र एक सार्वजनिक शौचालय बालाजी मंदिर के मुख्य प्रवेश द्वार के पास बनाया गया है। जिसमें भी महिलाओं की जन सुविधा कम है। साथ ही यह शौचालय रात  बजे बाद बंद हो जाता है। जिससे रात के समय बसों से आने वाले व चौराहे पर रहने वालों को इस सुविधा का उपयोग नहीं करने को मिलता। उन्होंने बताया कि पुरुष तो खुले में भी लघुशंका जा सकता है। लेकिन महिलाओं को अधिक परेशानी व शर्मिंदगी का सामना करना पड़ रहा है। 

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व्यापारियों ने लगाया चेतावनी बैनर
नयापुरा चौराहे पर पीने के पानी व जन सुविधा का अभाव होने के साथ ही एक तरफा यातायात से चौराहे व खाई रोड का व्यापार ठप हो रहा है। इससे नाराज स्घानीय व्यापारियों ने चौराहे पर पहले लगे वाटर कृूलर के स्थान पर एक चेतावनी बैनर लगाया है। जिस पर पीने के पानी के लिए वाटर कूलर लगाने, चौराहे पर जन सुविधा बढ़ाने और एक तरफा यातायात व्यवस्था को शीघ्र समाप्त करने और बूज टॉकीज के कचरा पॉइंट को समाप्त करने की मांग की गई है। बैनर पर स्पष्ट चेतावनी दी है कि यदि 16 दिसम्बर तक उनकी मांग पूरी नहीं हुई तो व्यापारियों को मजबूरन आंदोलन करना पड़ेगा। 

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इनका कहना है
विवेकानंद चौराहा शहर का प्रमुख चौराहा है। यहां व्यापारियोंव आमजन के लिए पीने के पानी और जन सुविधा की व्यवस्था तो होनी ही चाहिए। सौन्दर्यीकरण के तहत यहांविकास किया लेकिन सुविधाओंका ध्यान नहीं रखागया। सुविधाएं करने के लिए व्यापार संघ के दीपावली मिलन में भी मंग उठी थी। इस संबंध में नगर निगम को भी कई बार निवेदन किया जा चुका है। लेकिन सुनवाई नहीं हो रही है। स्थानीय व्यापारियों की मांग जायज है। उसे पूरा करना प्रशासन की जिम्मेदारी है। 
-अशोक माहेश्वरी, महासचिव कोटा व्यापार महासंघ

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बृज टॉकीज चौराहे पर बरसों से बने कचरा पाइंट को समाप्त कर दिया है। उसे साफ करवाकर वहां दीवार बना दी है। जिससे अब वहांकचरा नहीं डलेगा। जन सुविधा व वाटर कूलर के लिए व्यापारी जगह बता दें नगर निगम की ओर से उनकी व्यवस्था कर दी जाएगी। 
-अशोक त्यागी, आयुक्त नगर निगम कोटा उत्तर 

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