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Read More... अस्थमा और एलर्जी के मरीजों के लिए बढ़ी परेशानी : शहर की हवा में घुले परागकण, होलोप्टेलिया इंटीग्रिफोलिया के पौधे से फैलते हैं ये परागकण
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By Jaipur
जयपुर के अस्थमा और एलर्जी से जुड़े मरीजों के लिए अब परेशानी ज्यादा बढ़ गई है। ठंड ने बढ़ाई सांस, अस्थमा और एलर्जी के मरीजों की परेशानी, बच्चों और बुजुर्गों को हो रही ज्यादा तकलीफ
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By Jaipur
वायु प्रदूषण में मौजूद हानिकारक गैसें और कण फेफड़ों को नुकसान पहुंचा सकते हैं और कैंसर का खतरा भी बढ़ा सकते हैं। बदलते मौसम और प्रदूषण ने बढ़ाया अस्थमा-एलर्जी के मरीजों का मर्ज, आंखों में जलन, खांसी और सांस संबंधी परेशानियों से हर दूसरा व्यक्ति पीड़ित
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By Jaipur
इसके साथ एसएमएस अस्पताल सहित निजी और अन्य सरकारी अस्पतालों की ओपीडी में अब अस्थमा, एलर्जी, खांसी, आंखों में जलन और सांस संबंधी बीमारियों से ग्रसित मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। विश्व में अस्थमा और सीओपीडी से मृत्यु की राजधानी बना भारत
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इंटरनेशनल जर्नल लंग इंडिया में प्रकाशित जयपुर की सीनियर पल्मोनोलॉजिस्ट डॉ. शीतू सिंह की रिसर्च में हुआ खुलासा शहर की हवा में घुले परागकण, अस्थमा और एलर्जी के मरीजों की बढ़ी मुसीबतें
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By Administrator
शहर की हवा में इन दिनों परागकण की मौजूदगी हो चुकी है और यह अस्थमा-एलर्जी के मरीजों के लिए मुसीबत बन गए हैं। होलोप्लेलिया इंटीग्रिफोलिया ट्री या चिलबिल ट्री जिसे आम भाषा में बंदर की रोटी भी कहा जाता है, यह शहर का सबसे एलर्जेनिक पौधा परागकण है। 