पाक के समर्थन में आया अल-कायदा, भारत में जिहाद फी सबीलिल्लाह करने की धमकी
मुसलमानों को भारत के खिलाफ भड़काया
यह पाकिस्तान और पाकिस्तानी कब्जे वाले जम्मू कश्मीर में लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हिज्बुल मुजाहिदीन के ठिकानों पर हुए हमले से भड़क गया है
नई दिल्ली। भारत के ऑपरेशन सिंदूर के खिलाफ आतंकी संगठन अल-कायदा भी कूद पड़ा है। यह पाकिस्तान और पाकिस्तानी कब्जे वाले जम्मू कश्मीर में लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हिज्बुल मुजाहिदीन के ठिकानों पर हुए हमले से भड़क गया है। अल-कायदा ने इसके जवाब में भारत के खिलाफ जिहाद फी सबीलिल्लाह करने की धमकी दी है। अल-कायदा का एक संगठन है - अल-कायदा इन द इंडियन सबकॉन्टिनेंट इसी की ओर से भारत के खिलाफ धमकी भरा बयान जारी किया गया है। एक्यूआईएस ने कहा है कि वह भारत के खिलाफ जिहाद फी सबीलिल्लाह करेगा।
मुसलमानों को भारत के खिलाफ भड़काया
एक्यूआईएस का कहना है कि भारत लंबे समय से इस्लाम के खिलाफ युद्ध कर रहा है। उसका कहना है कि हालिया हमले भी उसी का हिस्सा हैं। एक्यूआईएस ने अपने बयान में कहा, उपमहाद्वीप के सभी मुजाहिदीन और मुसलमानों के लिए, भारत के खिलाफ यह युद्ध जिहाद फी सबीलिल्लाह है। अल्लाह की बातों को ऊपर उठाने, इस्लाम और मुसलमानों को बचाने करने और उपमहाद्वीप के शोषितों का समर्थन करने के लिए इस संघर्ष में शामिल होना हमारा दायित्व है। उपमहाद्वीप के मुस्लिमों के लिए इस रुख और उद्देश्यों के समर्थन में उठना अब पहले से कहीं ज्यादा जरूरी हो गया है।
जिहाद के नाम पर आतंकियों की जुगलबंदी: अल-कायदा ऑपरेशन सिंदूर से इसलिए परेशान है, क्योंकि उसके एलईटी, जेईएम और हिज्बुल मुजाहिदीन जैसे संगठनों से पुराने रिश्ते हैं। लश्कर-ए-तैयबा के सरगना हाफिज सईद ने 1970 के दशक में अफगानिस्तान में आतंकी ट्रेनिंग ली थी। वहां उसकी ओसामा बिन लादेन और अल-कायदा के अन्य बड़े आतंक के आकाओं से दोस्ती हो गई थी। जैश-ए-मोहम्मद चीफ मसूद अजहर के अल-कायदा-तालिबान से अच्छे ताल्लुकात हैं। जैश के लड़ाकों ने अफगानिस्तान में अल-कायदा के आतंकियों के साथ ट्रेनिंग ली है और उनके साथ मिलकर काम किया है। खासकर 9/11 के हमलों के बाद, उन्होंने अल-कायदा के जिहादी एजेंडे का समर्थन किया। वहीं, हिजबुल मुजाहिदीन कश्मीर में सक्रिय है। अल-कायदा कश्मीर में जिहाद के नाम पर आतंकवाद का समर्थन करता है।
जिहाद फी सबीलिल्लाह क्या है?
एक्यूआईएस का कहना है भारत ने कई अपराध किए हैं। उनका आरोप है कि भारत यह सब दशकों से कर रहा है। जिहाद फी सबीलिल्लाह का मतलब होता है अल्लाह के रास्ते में संघर्ष। अल-कायदा और आईएसआईएस जैसे आतंकी संगठन इस शब्द का इस्तेमाल अपनी कारगुजारियों को अंजाम देने के लिए करते हैं। वे इसे हिंसा और आतंकवाद को सही ठहराने के लिए इसका गलत इस्तेमाल करते हैं। जबकि सही अर्थों में इस्लाम में इसका मतलब व्यक्तिगत और आध्यात्मिक प्रयास होता है।

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