भारत में एमपॉक्स के क्लेड-1बी स्ट्रेन की पुष्टि, केरल में मिला मरीज
संयुक्त अरब अमीरात से लौटा था
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने 14 अगस्त को मंकीपॉक्स को ग्लोबल पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी घोषित किया था।
नई दिल्ली। भारत में पहले एमपॉक्स वायरस के क्लेड 1बी स्ट्रेन की पुष्टि हुई है। जो देश में इस प्रकार का पहला मामला है। यह मामला केरल के मलप्पुरम जिले में पाया गया। जहां संयुक्त अरब अमीरात से लौटे 38 वर्षीय यात्री में इस वायरस का संक्रमण पाया गया। केरल के स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि मरीज संयुक्त अरब अमीरात से लौटने के बाद संक्रमण का शिकार हुआ। इससे पता चलता है कि विदेश से आने वाले यात्रियों की कड़ी निगरानी और जांच कितनी आवश्यक है।
सजग हुए स्वास्थ्य अधिकारी
एमपॉक्स क्लेड 1बी का यह मामला भारत की सार्वजनिक स्वास्थ्य व्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण चेतावनी है। केरल में इस मामले की पुष्टि के बाद स्वास्थ्य अधिकारी अब इसके प्रसार को रोकने के लिए सक्रिय रूप से कदम उठा रहे हैं और सतर्कता बढ़ा दी गई है।
केंद्र ने जारी की थी एडवाइजरी
गत 9 सितंबर को केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव अपूर्व चंद्रा ने मंकीपॉक्स को लेकर सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को एडवाइजरी जारी की थी। चंद्रा ने कहा था कि मंकीपॉक्स के खतरे को रोकने के लिए सभी राज्यों को हेल्थ एक्शन लेना चाहिए। राज्यों को मंकीपॉक्स को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय के दिशा-निर्देशों का पालन करना चाहिए। इसके अलावा राज्यों को अपनी स्वास्थ्य सुविधाओं की तैयारियों की समीक्षा करनी चाहिए। सीनियर अधिकारियों को जिलों की स्वास्थ्य सुविधाओं का जायजा लेना चाहिए।
डब्ल्यूएचओ ने घोषित किया हेल्थ इमरजेंसी
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने 14 अगस्त को मंकीपॉक्स को ग्लोबल पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी घोषित किया था। भारत ने 20 अगस्त को देश के सभी पोर्ट्स, एयरपोर्ट के साथ पाकिस्तान और बांग्लादेश से सटे बॉर्डर पर अलर्ट जारी किया था। यह दो साल में दूसरी बार है जब डब्ल्यूएचओ ने मंकीपॉक्स को लेकर हेल्थ इमरजेंसी घोषित किया है। डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट के मुताबिक, मंकीपॉक्स की शुरुआत अफ्रीकी देश कांगो से हुई थी। अफ्रीका के दस देश इसकी गंभीर चपेट में हैं। इसके बाद यह दुनिया के बाकी देशों में फैला।
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