महान मूर्तिकार राम वी सुतारा का निधन, पंचतत्व में हुए विलीन, राष्ट्रपति मुर्मू-पीएम मोदी ने व्यक्त किया शोक
महान मूर्तिकार राम सुतार का निधन
नोएडा में ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ के शिल्पकार और पद्म विभूषण से सम्मानित राम वनजी सुतार का 100 वर्ष की आयु में निधन हो गया। प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति मुर्मू ने शोक व्यक्त किया। उनका योगदान भारतीय कला में अमर रहेगा।
नोएडा। दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा 'स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' के शिल्पकार और भारतीय मूर्तिकला के दिग्गज कलाकार राम वनजी सुतार का बुधवार देर रात उत्तर प्रदेश के नोएडा के सेक्टर 19 स्थित आवास पर निधन हो गया। वह 100 वर्ष के थे। राम सुतार के निधन की जानकारी उनके पुत्र अनिल सुतार ने दी। वह स्वयं एक मूर्तिकार हैं, जो अपने पिता की विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं। शतायु राम सुतार का अंतिम संस्कार गुरुवार को सेक्टर 94 में किया जाएगा। उन्हें आज गार्ड ऑफ ऑनर से सम्मानित किया जाएगा।
महान मूर्तिकार राम सुतार को पद्मश्री, पद्म भूषण और पद्म विभूषण से नवाजा जा चुका है। उन्होंने गुजरात में दुनिया की सबसे ऊंची मूर्ति 'स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' को डिजाइन किया था। इसके अलावा संसद परिसर में ध्यान में बैठे हुए महात्मा गांधी जी और घोड़े पर सवार छत्रपति शिवाजी की मूर्ति भी उन्होंने ही बनाई थी। सुतार मुंबई के जेजे स्कूल ऑफ आर्ट एंड आर्किटेक्चर से गोल्ड मेडलिस्ट थे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने महान मूर्तिकार राम सुतार के निधन पर दुख जताया है। पीएम मोदी ने सोशल मीडिया एक्स पर शोक संदेश में लिखा, सुतार जी के निधन से बहुत दुख हुआ। वे एक शानदार मूर्तिकार थे, जिनकी महारत ने भारत को केवड़यिा में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी से सबसे मशहूर जगहें दीं। उनके कामों को हमेशा भारत के इतिहास, संस्कृति और सामूहिक भावना की दमदार अभिव्यक्ति के तौर पर सराहा जाएगा।
इसके आगे पीएम मोदी ने कहा, मूर्तिकार सुतार ने आने वाली पीढिय़ों के लिए देश के गौरव को अमर कर दिया है। उनके काम कलाकारों और नागरिकों को हमेशा प्रेरित करते रहेंगे। उनके परिवार, चाहने वालों और उन सभी लोगों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं, जो उनके शानदार जीवन और काम से प्रभावित हुए। ओम शांति।

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