कांग्रेस सांसद रंजीत रंजन ने राज्यसभा में उठाया चारधाम यात्रा मार्ग के लिए 6,000 देवदार पेड़ काटने का मुद्दा
चारधाम मार्ग पर देवदार कटान पर संसद में उठे सवाल
कांग्रेस सांसद रंजीत रंजन ने संसद में गंगोत्री के पास 6,000 देवदार पेड़ काटे जाने का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि इससे भूस्खलन का खतरा बढ़ेगा और गंगा की प्राकृतिक शुद्धता प्रभावित होगी। सरकार पर पूर्व आश्वासन तोड़ने का आरोप लगाया गया।
नई दिल्ली। कांग्रेस सांसद रंजीत रंजन ने उत्तराखंड के चारधाम यात्रा मार्ग के नाम पर गंगोत्री के पास देवदार के छह हजार पेड़ काटने का मुद्दा उठाया। सांसद रंजीत रंजन ने शून्यकाल में कहा कि सरकार ने गंगोत्री के पास देवदार के 6,000 पेड़ काटने की अनुमति दी है। उन्होंने कहा कि पहले ही इस इलाके में भूस्खलन आते रहे हैं। इन पेड़ों को काटे जाने से भूस्खलन और बढ़ेगा।
उन्होंने कहा कि इन पेड़ों की जड़ों से निकलने वाले विशेष औषधीय रसों के कारण ही गंगा के पानी में कीटाणु मुक्त होने की क्षमता पैदा होती है। देवदार का मतलब होता है देव-वृक्ष। इसके आगे उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा मार्ग का काम एक साल से चल रहा है। पर्यावरण मंत्री ने सदन में आश्वासन दिया था कि पेड़ नहीं काटे जायेंगे। लेकिन जमीनी स्तर सरकार कुछ और काम कर रही है। उसने पेड़ काटने की अनुमति दे दी है।
कांग्रेस सांसद ने कहा कि सरकार का तर्क है कि सेना की आवाजाही के लिए इस मार्ग को चौड़ा करना अनिवार्य है लेकिन भूस्खलन के कारण सेना का रास्ता ही एक-एक महीने के लिए बंद रहता है। फिर यह सब किसके लिए किया जा रहा है।

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