Jainism
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Read More... जैन धर्म की कठिन तपस्या का एक अनिवार्य हिस्सा और मूलगुण है केशलोच: मुनि अनुमान सागर
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By Jaipur
जैन संत का केशलोंच कार्यक्रम कई बार तो पहले से ही निर्धारित होता है, लेकिन कई साधु इसे आकस्मिक भी करते हैं। साधु संत के केशलोंच कार्यक्रम को देखने के लिए दूर दूर से श्रद्धालु पहुंचते हैं। जैन साधु सिर, दाढ़ी व मूंछ के बालों को निकालते समय कंडे की राख का उपयोग करते हैं ताकि खून निकलने पर रोग न फैले। 