नए यूक्रेन शांति प्रस्ताव से रूस हुआ नाराज, अब जेलेंस्की तैयार तो पुतिन ने किया विरोध
ट्रंप का शांति प्रस्ताव फिर होगा नाकाम
अमेरिका के नए 19-प्वाइंट युद्धविराम प्लान को लेकर रूस ने नाराजगी जताई है, जबकि यूक्रेन पहले संशोधित मसौदे से संतुष्ट दिख रहा है। 28 पॉइंट वाले मूल प्रस्ताव में बड़े बदलाव स्विट्जरलैंड में हुई वार्ता के बाद किए गए। रूस ने साफ किया कि वह पुतिन की अगस्त 2025 वाली शर्तों से पीछे नहीं हटेगा। प्रपोजल पर चर्चा अभी जारी है।
मॉस्को/कीव। अमेरिका के 28 प्वाइंट प्रपोजल पर पहले यूक्रेन नाराज था तो अब 18 प्वाइंट वाले नए प्रपोजल पर रूस नाराज है। रिपोर्ट्स के मुताबिक अमेरिका के नए युद्धविराम प्लान को मानने के लिए रूस तैयार होगा, इसकी संभावना न्यूनतम है। पहले इस प्लान में 28 प्वाइंट थे, जिसे घटाकर अब 19 प्वाइंट में समेटा गया है। इस प्लान में अभी भी कई बड़े बदलाव हो रहे हैं, जिसके अमेरिका, यूक्रेन और यूरोपीय देशों के बीच बातचीच जारी है।
28 सूत्रीय इस प्लान का पहली बार खुलासा यूक्रेन की राजधानी कीव में किया गया था और अब इसमें कई बदलाव किए जा रहे हैं। अमेरिका और यूक्रेन, दोनों ने कहा है कि ये ड्राफ्ट अभी फाइनल नहीं है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 22 नवंबर को कहा था कि यह यूक्रेन को उनका फाइनल ऑफर नहीं है। यूक्रेन के प्रेसिडेंट वलोडिमिर जेलेंस्की ने 28-पॉइंट वाले पीस प्लान में सुझाए गए बदलावों का स्वागत किया है और कहा है कि नई लिस्ट अब मानने लायक बन गई है। पहले 28 प्वाइंट वाले प्लान को लेकर जेलेंस्की काफी नाराज थे। अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो और जेलेंस्की के चीफ आॅफ स्टाफ, एंड्री यरमक की लीडरशिप में स्विट्जरलैंड में रविवार को हुई बातचीत के दौरान पीस प्लान में बड़े बदलाव किए गए, जिसमें मूल 28 पॉइंट्स को घटाकर 19 कर दिया गया है।
पीस प्लान पर पुतिन ने फुलाया मुंह :
यूक्रेन में अमेरिका के स्पेशल दूत जनरल कीथ केलॉग ने 23 नवंबर को कहा कि इस प्रपोजल पर अभी भी काम चल रहा है। उन्होंने यूक्रेन के लिए सिक्योरिटी गारंटी की डिटेल देने की जरूरत पर जोर दिया है। उन्होंने जोर देकर कहा कि अमेरिका, बुडापेस्ट मेमोरेंडम और मिन्स्क एग्रीमेंट जैसी व्यवस्था को दोहराने से बचना चाहता है, इन दोनों ने यूक्रेन को लिमिटेड प्रोटेक्शन दी और आखिर में रूस को फायदा पहुंचाया।
ट्रंप का शांति प्रस्ताव फिर होगा नाकाम :
रूस के सीनियर अधिकारियों और युद्ध के सपोर्ट में कमेंट करने वालों ने ऐसे किसी भी समझौते को खारिज कर दिया है, जो रूस के पुराने मकसद से मेल नहीं खाता। रूस के उप-विदेश मंत्री सर्गेई रयाबकोव ने साफ किया है कि रूस, राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन द्वारा अगस्त 2025 में अलास्का शिखर सम्मेलन में रखी गई शर्तों से समझौता नहीं करेगा। इन मांगों में विस्तार रोकना, पूर्वी यूरोप में हथियारों की तैनाती पर प्रतिबंध और यूक्रेन में रूसी पहचान और रूसी ऑर्थोडॉक्स चर्च के खिलाफ कथित भेदभाव को खत्म करना शामिल है। रूसी राष्ट्रवादी समूहों और युद्ध समर्थक टिप्पणीकारों ने भी किसी समझौते को खारिज कर दिया है जिसे वे रूस की सुरक्षा पर समझौता मानते हैं। रयाबकोव ने कहा कि रूस अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है और प्रतिबंधों से दबाव में आने वाला नहीं है।

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