जीएसटी दरों में कटौती को बड़ी राहत बताकर प्रचारित कर रही सरकार : हकीकत इसके विपरीत, सैलजा ने कहा - पुराने ही दामों पर ही बिक रहे डिब्बाबंद खाद्य पदार्थ और दवाइयां
लाभ न मिलने की 78 हजार से अधिक शिकायतें दर्ज हो चुकी
कुमारी सैलजा ने कहा है कि सरकार वस्तु एवं सेवाकर (जीएसटी) दरों में कटौती को बड़ी राहत बताकर प्रचारित कर रही है।
चंडीगढ़। कांग्रेस महासचिव एवं सांसद कुमारी सैलजा ने कहा है कि सरकार वस्तु एवं सेवाकर (जीएसटी) दरों में कटौती को बड़ी राहत बताकर प्रचारित कर रही है, लेकिन जमीनी हकीकत इसके विपरीत है। उन्होंने कहा कि डिब्बा बंद खाद्य पदार्थ और आवश्यक दवाइयां आज भी पुराने दामों पर बिक रही हैं।
सैलजा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 22 से 28 सितम्बर तक जीएसटी बचत उत्सव मनाया और सांसद बाजारों में पदयात्रा कर जनता को लाभ गिनवा रहे हैं, लेकिन हकीकत में 47 प्रतिशत उपभोक्ताओं को डिब्बा बंद खाद्य पदार्थों पर कोई राहत नहीं, इलेक्ट्रॉनिक्स में सिर्फ 34 प्रतिशत को ही फायदा हुआ और दवाइयों के दाम कंपनियां पुराने स्तर पर ही रखे हुए हैं। जीएसटी कटौती का लाभ न मिलने की 78 हजार से अधिक शिकायतें दर्ज हो चुकी हैं। सैलजा ने आरोप लगाया कि किताबों पर टैक्स घटाने का दावा किया गया, लेकिन ऐसा हो नहीं पा रहा है। यह कदम जनता के लिए राहत से ज्यादा बोझ साबित हो रहा है।
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि कई मंडियों में धान और बाजरे की खरीद शुरू न होने से किसान परेशान हैं। भिवानी, रेवाड़ी, अंबाला और हिसार सहित कैथल जिले में किसान धरने पर बैठ गये। उनका आरोप है कि सरकारी खरीद न होने से उन्हें व्यापारी को औने-पौने दाम पर फसल बेचनी पड़ रही है।

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