सऊदी अरब की यात्रा पर पहुंचे ट्रम्प : पश्चिम एशिया में चल रही उथल-पुथल के बीच यह यात्रा अहम
ट्रम्प के दूसरे कार्यकाल में पहली बड़ी आधिकारिक विदेश यात्रा
ज्ञातव्य है कि परमाणु मुद्दों पर अमेरिका और ईरान के बीच वार्ता में बहुत कम प्रगति हुई है जबकि गाजा में इजरायली हमले जारी है।
रियाद। पश्चिम एशिया में स्थिरता लाने के लिए अमेरिका द्वारा भूमिका निभाए जाने के आहवानों के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प मंगलवार को सऊदी अरब की राजधानी रियाद पहुंचे। ट्रम्प पश्चिम एशिया की चार दिवसीय तूफानी दौरे में सऊदी अरब, कतर और संयुक्त अरब अमीरात जाएंगे जहां उनका खाड़ी देशों के नेताओं से मिलने और खरबों डॉलर के निवेश सौदों को अंतिम रूप दे सकते हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति की यह यात्रा पश्चिम एशिया में चल रही उथल-पुथल के बीच हो रही है।
परमाणु मुद्दों पर आगे नहीं बढ़ पा रही अमेरिका और ईरान में वार्ता
ज्ञातव्य है कि परमाणु मुद्दों पर अमेरिका और ईरान के बीच वार्ता में बहुत कम प्रगति हुई है जबकि गाजा में इजरायली हमले जारी है। उधर यमन में हूतियों और लेबनान के साथ उसकी शत्रुता में कमी के भी कोई स्पष्ट संकेत नहीं हैं।
ट्रम्प के दूसरे कार्यकाल में पहली बड़ी आधिकारिक विदेश यात्रा
ट्रम्प के दूसरे कार्यकाल के तहत सऊदी अरब की उनकी यह पहली बड़ी आधिकारिक विदेश यात्रा है। जनवरी में ट्रम्प ने अपने दूसरे कार्यकाल की शुरूआत में ही कहा था कि वह सऊदी अरब को अपने पहले गंतव्य के रूप में चुनेंगे यदि सऊदी अरब 450 या 500 बिलियन (डॉलर के अमेरिकी उत्पाद) खरीदता है तो।
अमेरिका-सऊदी अरब में 12.1 लाख करोड़ की डिफेंस डील
अमेरिका और सऊदी अरब ने मंगलवार को 142 बिलियन डॉलर (12.1 लाख करोड़ रुपए) की डिफेंस डील पर साइन किए। व्हाइट हाउस ने इसे इतिहास की सबसे बड़ी डिफेंस डील बताया है। इस समझौते में सऊदी अरब को सी-130 ट्रांसपोर्ट विमान, मिसाइलें, रडार सिस्टम और कई एडवांस हथियार दिए जाएंगे। ये लॉकहीड मार्टिन, बोइंग, और नॉर्थरॉप ग्रुम्मन जैसी अमेरिकी कंपनियों से मिलेंगे।
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