आ गया ओमिक्रॉन

आ गया ओमिक्रॉन

कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन सारी दुनिया की चिंता बढ़ा दी है।

कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन सारी दुनिया की चिंता बढ़ा दी है। ऐसा नहीं है कि इससे पहले दुनिया और हमारा देश कोरोना मुक्त हो गए थे। हमारे देश में मौजूद रहने के बावजूद कोरोना का प्रभाव काफी हद तक काफी कम रह गया था। ऐसा लगने लगा कि देश के कई राज्य तो जैसे कोरोना मुक्त हो गए हैं, लेकिन केरल सहित कुछ राज्यों में कोरोना लगातार बना हुआ है। हमारे देश में संक्रमण के रोजाना 10 हजार से भी कम मामले सामने आ रहे थे। संक्रमण की औसत दर एक प्रतिशत से भी कम रहने से माना जा सकता है कि वायरस काबू में है। अब अचानक दक्षिण अफ्रीका, हांगकांग, सिंगापुर, इजरायल और बोत्सवाना जैसे देशों में कोरोना का नया वेरिएंट ओमिक्रॉन के रूप में सामने आ गया है। अब इसने दुनिया के भारत सहित दो दर्जन से अधिक देशों में दस्तक दे दी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने नए वेरिएंट की पुष्टि करते हुए इसे ओमिक्रॉन का नाम दिया और इसे चिंता का विषय बताया है। संगठन का कहना है कि यह डेल्टा प्रकार की तुलना में सात गुना तेजी से फैलता है। साथ ही इसके 45 अलग-अलग स्वरूप भी सामने आने से इससे चिंतित होना स्वाभाविक ही है। ऐसे में विशेष सावधानियां बरतना जरूरी हो गया है। इसके खतरे को समझते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संबंधित विशेषज्ञों से विचार-विमर्श कर हिदायत दी है कि राज्यों को निगरानी, जांच, बंदोबस्त व टीकाकरण को युद्धस्तर पर बढ़ाना होगा। महाराष्ट्र, कर्नाटक, राजस्थान सहित कुछ राज्यों में ओमिक्रॉन ने दस्तक दे दी है। संक्रमित लोगों को क्वारंटीन करके जांचें की जा रही हैं। हमारे वैज्ञानिक भी इस वेरिएंट की घातकता को लेकर जांच और शोध में जुट गए हैं। लेकिन हमारे देश की सबसे बड़ी विडंबना यह है कि देश के अधिकांश नागरिक कोरोना के खतरे से निश्चिंत होकर घोर लापरवाहियां बरत रहे हैं। साथ ही वैक्सीन का निर्माता देश होने के बावजूद हमारा देश वैक्सीनेशन के मामले में काफी पीछे चल रहा है। अब तक 30-32 फीसदी आबादी को ही टीके की दोनों डोज लगी हैं। इसी बीच देश में बूस्टर डोज को लेकर बहस शुरु हो गई है। कुछ देशों ने तो बूस्टर डोज लगाना शुरू कर दिया है। अभी कोरोना वायरस से कोई भी सुरक्षित नहीं है। दोनों टीके लगे लोग भी संक्रमित हो रहे हैं। ऐसे में बूस्टर डोज पर अंतिम फैसला शीघ्र लेने की जरूरत है। ओमिक्रॉन का भारत में प्रवेश बड़ी चिंता का विषय है। इससे निपटने के सामूहिक प्रयास करने की जरूरत है?

Post Comment

Comment List

Latest News

आबकारी नीति मामले में मनीष सिसोदिया को सुप्रीम कोर्ट से राहत, जमानत शर्तों में दी ढील आबकारी नीति मामले में मनीष सिसोदिया को सुप्रीम कोर्ट से राहत, जमानत शर्तों में दी ढील
शीर्ष अदालत ने स्पष्ट किया कि उन्हें नियमित रूप से निचली अदालत में उपस्थित होना चाहिए।
राज्य में कमजोर होती कानून-व्यवस्था का नमूना है दलित युवक की हत्या, प्रकरण में अविलम्ब कार्रवाई करे सरकार : गहलोत
चुनाव के समय नियुक्ति वाले पदाधिकारियों को फील्ड में उतारेगी कांग्रेस
पुलिस हिरासत से 2 आरोपियों के भागने का मामला : एक आरोपी गिरफ्तार, दूसरे की तलाश जारी
लोकसभा में रेल संशोधन विधेयक पारित, अश्विनी वैष्णव बोले, अधिकारियों को ज्यादा शक्ति देने लिए बनाया कानून
फिनग्रोथ को-ऑपरेटिव बैंक की 27वीं शाखा का शुभारम्भ
समस्या: नलों में कब आएगा पानी ? इसकी कोई गारंटी नहीं