अजमेर रेलवे स्टेशन के सामने धधके दो रेस्टोरेंट
आधा दर्जन से अधिक दमकलों ने मशक्कत के बाद पाया आग पर काबू
रोटी मेकर मशीन में शॉर्ट सर्किट से हुआ हादसा। सिलेण्डर फटने से अफरा-तफरी मच गई।
अजमेर। अजमेर रेलवे स्टेशन के सामने एक रेस्टोरेंट में रोटी मेकर मशीन में शॉर्ट सर्किट हो जाने से आग लग गई। जिसे बुझाने के प्रयास में रेस्टोरेंट के कर्मचारियों में अफरा-तफरी मच गई। तभी एक रसोई गैस सिलेण्डर में विस्फोट हो गया। यह देख वे घबरा कर बाहर निकल भागे। इसी बीच आग ने जोर पकड़ लिया और देखते ही देखते लपटों ने आसपास के रेस्टोरेंट तथा अन्य दुकानों को भी चपेट में ले लिया। धधकते हुए रेस्टोरेंट में गैस सिलेण्डर विस्फोट की आवाज सुनकर स्टेशन के सामने खड़े रहने वाले रिक्शा वालों, रेल यात्रियों, ठेले-खोमचे वालों तथा राहगीरों में भी भगदड़ मच गई। इस आग से लाखों रुपए कीमत का नुकसान हुआ है।
गनीमत रही कि जिस समय आग लगी उस समय लोगों के भोजन करने का समय नहीं था। इसलिए किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई अन्यथा यह हादसा गंभीर रूप भी ले सकता था। घटना की इत्तला मिलते ही क्लॉक-टावर थाना पुलिस तथा अग्निशमन दस्ता भी मौके पर पहुंच गया। आग पर काबू पाने में करीब आधा दर्जन से अधिक दमकलों को डेढ़ घंटे से अधिक का समय लगा।
यूं फैलती चली गई आग
सूत्रों के अनुसार आग सबसे पहले काके दी हट्टी नामक रेस्टोरेंट की रसोई में सुबह करीब साढ़े 10 बजे रोटी मेकर मशीन में शॉर्ट सर्किट होने के कारण लगी। जिससे वहीं पास में रखे गैस सिलेण्डर ने आग पकड़ ली। बताया गया कि वह गैस सिलेण्डर लीकेज था। उसमें आग लगी देखकर रेस्टोरेंट का स्टाफ हड़बड़ा गया। जब-तक वह उस आग पर काबू पाते तब-तक तो आग की लपटों ने रसोई से बाहर निकल कर वहां ग्राहकों के बैठने के फर्नीचर को चपेट में ले लिया। इसी बीच सिलेण्डर धमाके के साथ फट गया। देखते ही देखते आग ने पूरे रेस्टोरेंट को अपने आगोश में ले लिया। फिर बगल के रेस्टोरेंट के दाना-पानी को भी चपेट में ले लिया। रेस्टोरेंट के बाहर खड़ी एक मोटर साइकिल एवं पास ही स्थित एमआर एण्ड संस नामक दुकान के बाहर रखी ट्रेवल एजेन्सी के काउण्टर को भी आग ने जला दिया। आग की लपटें देख आस-पास के रेस्टोरेंट भी लोगों ने तुरंत खाली कर दिए। आग की चपेट में आए रेस्टोरेंट में व्यावसायिक गैस सिलेण्डरों के अलावा रसोई गैस सिलेण्डर भी रखे हुए थे। जिन्हें दमकलकर्मियों ने समय रहते बाहर निकाल लिया अन्यथा वह भी हादसे को विकराल रूप दे सकते थे।

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