मांझे से कट रही बेजुबान पक्षियों की जिंदगी की डोर
पक्षियों के कट रहे पंख
कस्बेवासियों ने मांझे में उलझे पक्षी की बचाई जान
कवाई। कवाई कस्बे में बुधवार को पेड़ पर मांझे में उलझकर लटक रहे पक्षी को नीचे उतारकर उसकी जान बचाई गई। मकर संक्रांति के बाद भी कस्बे सहित हर जगह इन दिनों आसमान में रंग-बिरंगी पंतगें उड़ रही है। पतंग उड़ाने का शौक रखने वालों की लापरवाही इंसानों के साथ बेजुबान पक्षियों की जान पर भारी पड़ रही है। परिंदों की जिंदगी की डोर यह खतरनाक मांझा काट रहा है। लोगों की चंद मिनटों की खुशी बेजुबानों के पंख काट रही है। जिससे वे उड़ने से भी मोहताज हो रहे हैं। इन दिनों लोग जमकर पतंग उड़ाकर इन पक्षियों की जान से खिलवाड़ कर रहे हैं।
जानलेवा साबित हो रहा मांझा
पतंग उड़ाने में इस्तेमाल हो रहा मांझा पक्षियों के लिए बेहद खतरनाक और जानलेवा साबित हो रहा है। लोगों ने बताया कि बेजुबान पक्षियों का भी ख्याल रखना बेहद आवश्यक है। हमारी खुशी में किसी पक्षी को नुकसान न हो इसके बारे में सोचना चाहिए।
2 घंटे की कडी मशक्कत के बाद उतारा नीचे
कस्बे में बुधवार को करीबन 3 बजे नजदीक खेल रहे बच्चे की अचानक पक्षी पर नजर गई तो उसने कस्बेवासियों को बताया। उसके बाद करीबन 2 घंटे की कड़ी मशक्कत कर मांझे में उलझे पक्षी को नीचे उतारा। उसके पंख में बुरे तरीके से मांझा लिपटा हुआ था ऐसा लग रहा था जैसे पक्षी एक दो दिन से लटक रहा हो। मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि पेड़ पौधों पर बिजली के खम्बो पर पतंग काटने के बाद मांझा कहीं भी बिजली के खम्बों पर पेड़ पौधों पर उलझ जाता हैÑ। जिसमें यह मासूम पक्षी उलझ कर घायल हो जाते हैं। कई घायल पक्षियों पर तो किसी की नजर भी नहीं जाती, जिससे उनकी जिंदगी की डोर कट जाती है।
पतंग उड़ाने का शौक रखने वालों की लापरवाही बेजुबान पक्षियों की जान पर भारी पड़ रही है।
- लोकेश गौतम, कस्बेवासी।
मांझा कई बार पेड़, बिजली के पोल में अटक जाता है। ऐसे ही मेरे घर के पास एक पीपल का बड़ा पेड़ बाहर लगा हुआ है। जिसमें मांझा काफी उलझ रहा है।
- राजेश सुमन, वार्ड पंच।
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