प्रशासन शहरों के संग अभियान : निगम ग्रेटर में पट्टों के नाम पर खानापूर्ति

प्रशासन शहरों के संग अभियान : निगम ग्रेटर में पट्टों के नाम पर खानापूर्ति

मानसरोवर, विद्याधर नगर, जगतपुरा और सांगानेर जोन में नहीं बांटा एक भी पट्टा : निगम हैरिटेज में भी गति धीमी, मंगल को 190 पट्टे जारी

 जयपुर। प्रशासन शहरों के संग अभियान में प्रशासन की ओर से बड़े-बड़े दावे किए जा रहे हैं, लेकिन धरातल पर आम लोगों को राहत नहीं मिल रही हैं। नगर निगम ग्रेटर के जोन विद्याधर नगर, मानसरोवर, सांगानेर व जगतपुरा में एक भी पट्टा जारी नहीं किया गया है जबकि मालवीय नगर जोन में दो, मुरलीपुरा में पांच, झोटवाड़ा में एक एवं मुख्यालय स्तर पर 45 पट्टे जारी किए गए है। वहीं नगर निगम जयुपर हैरिटेज में हवामहल आमेर, किशनपोल, आदर्श नगर, सिविल लाइन जोन व मुख्यालय स्तर पर शिविरों में मंगलवार तक लगभग 190 पट्टे ही जारी किए जा सके। निगम अधिकारियों का कहना है कि पट्टे जारी करने का स्कोप कम है इसमें जेडीए से हस्तांतरित कॉलोनी में जेडीए स्तर पर पट्टे जारी कर दिए गए है वहीं वर्ष 2004 में नोटिफाइड कच्ची बस्तियों में वर्ष 2014 में आयोजित शिविरों में पट्टे दिए जा चुके हैं।

एक जनवरी 1990 का राइडर
शिविर में जनरल के लिए भूखंड पर निवास के संबंध में 1 जनवरी 1990 के दस्तावेज होना जरूरी है वहीं एससी/एसटी के लिए 1996 के पूर्व के रहने के दस्तावेजों का प्रावधान निर्धारित कर रहा है।

दुबारा करना होगा आवेदन
नगर निगम जयपु ग्रेटर के सांगोनर जोन में शिविर के दौरान अपने आवास का पट्टा लेने आए कागजी मोहल्ला निवासी नसरुद्दीन ने बताया कि पूर्व में उनके पिताजी ने भूखंड का पट्टा ले लिया, लेकिन उसे रजिस्टर्ड नहीं कराया। वह पांच भाई हैं अब दुबारा पट्टा लेने के लिए आया हूं, लेकिन अधिकारियों ने बताया कि अब पट्टे के लिए फिर से पुरानी प्रक्रिया अपनानी होगी।


प्रक्रिया बहुत कठिन
मालवीय नगर जोन कार्यालय में आए दीपक कुमार ने बताया कि सरकार शिविर तो लगा रही है, लेकिन प्रक्रिया इतनी कठिन कर रखी है कि एक बार में काम नहीं हो पा रहा है। भूखंड के सभी कागजात है, जिसमें बिजली-पानी व रहने के दस्तावेज हैं लेकिन खानापूर्ति इतनी अधिक है कि अब उनको दुबारा आना होगा।

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