साढ़े चार महीने बाद जयपुर में कोरोना फिर हुआ जानलेवा
ढाई साल के बच्चे की मौत, 12 वर्षीय स्कूली छात्रा पॉजिटिव : 30 जून को आखिरी बार हुई थी जयपुर में कोरोना से मौत
जयपुर। दीपावली के बाद से बढ़ रहे कोरोना के मामलों के बीच राजधानी जयपुर में कोरोना अब फिर से जानलेवा हो गया है। एक ओर जहां कोरोना के केस दिनों दिन बढ़ रहे हैं वहीं अब कोरोना फिर से लोगों की जान भी लेने लगा है। कोरोना के चलते जयपुर में साढ़े चार महीने बाद एक ढाई साल के बच्चे की मौत हो गई है। यह बच्चा चौमंू का रहने वाला था और बच्चे की तबीयत खराब होने के कारण उसे तीन दिन पहले जयपुर के जेकेलोन अस्पताल में भर्ती कराया गया था। गौरतलब है कि इससे पहले 30 जून 2021 को जयपुर में आखिरी बार कोरोना से मौत हुई थी।
मजदूरी करते हैं मां-बाप
सीएमएचओ डॉ. नरोत्तम शर्मा ने बताया कि बच्चे के माता-पिता मूल रूप से छत्तीसगढ़ के रहने वाले हैं, लेकिन मजदूरी के सिलसिले में फिलहाल किराए पर चौमूं में रह रहे हैं। बच्चे की मौत कोरोना से होने की जांच में पुष्टि हुई है। अब उस बच्चे के माता-पिता की जांच के लिए मौके पर टीम शुक्रवार को भेजी गई और उससे कॉन्टेक्ट में आए लोगों की भी सैंपलिंग की गई।
यहां मिले पॉजिटिव
जयपुर जिले में गुरुवार को सोडाला से सबसे ज्यादा 3, अजमेर रोड से 2, मालवीय नगर से 2, आदर्श नगर से 1, भांकरोटा से 1, सिविल लाइंस से 1, मुरलीपुरा से 1 और विद्याधर नगर से 1 पॉजिटिव मिला है। जयपुर में अब कोरोना के कुल एक्टिव केस बढ़कर 61 हो गए है।
बच्चे को सर्दी-जुकाम और सांस लेने में तकलीफ के कारण अस्पताल में भर्ती किया गया और उसके ब्रेन में भी आॅक्सीजन नहीं पहुंच पा रही थी। ऐसे में उसकी कोरोना जांच की गई। बुधवार को बच्चे की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उसे तुरंत आरयूएचस अस्पताल रैफर किया गया। -डॉ. अरविंद शुक्ला, अधीक्षक, जेकेलोन
बच्चे को चेस्ट एक्सरे में निमोनिया या कोविड जैसे कोई लक्षण तो ज्यादा नहीं थे, लेकिन ब्रेन में आॅक्सीजन प्रोपर नहीं पहुंच पा रही थी। यहां आने पर तुरंत आईसीयू में भर्ती किया गया, लेकिन करीब एक घंटे बाद ही बच्चे की मौत हो गई।
-डॉ. अजीत सिंह, अधीक्षक, आरयूएचएस
बच्ची की मां कुछ दिन पहले आई थी पॉजिटिव
जयपुर में गुरुवार को 12 नए केस पॉजिटिव मिले हैं। जिसमें नीरजा मोदी स्कूल में पढ़ने वाली एक 12 साल की बच्ची भी शामिल है। सीएमएचओ डॉ. नरोत्तम शर्मा ने बताया कि बच्ची की मां कुछ दिन पहले पॉजिटिव आई थी जिसके बाद जब परिवार के अन्य सदस्यों की जांच करवाई तो बच्ची भी पॉजिटिव आई। गनीमत यह है कि वह बच्ची 8 नवंबर से स्कूल नहीं जा रही थी और छुट्टियों पर थी। इस कारण उससे किसी अन्य स्कूल में पढ़ने वाला बच्चा भी संपर्क में नहीं आया।
नीरजा मोदी मानसरोवर और जयश्री पेडिवाल महापुरा में तीन दिन पढ़ाई होगी ऑनलाइन
प्रदेश में कोरोना संक्रमण एक बार फिर पैर पसाने लगा है। इस दौरान शहर के दो स्कूलों के दो और बच्चे कोरोना पॉजिटिव आए है। राज्य सरकार के निर्देश पर 15 नवंबर से 100 फीसदी क्षमता के साथ स्कूल खुले हैं। इसके बाद से ही स्कूलों में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं। मानसरोवर स्थित नीरजा मोदी स्कूल में एक मीडिल कक्षा की छात्रा कोरोना संक्रमित आई है। यह बच्ची 15 नवंबर को स्कूल आई थी, इसके बाद से स्कूल नहीं आई। वहीं जयश्री पेडिवाल स्कूल, महापुरा में कक्षा पांच की एक छात्रा भी कोरोना संक्रमित मिली। गौरतलब है कि मंगलवार को जयपुर के रामबाग स्थित महाराजा सवाई मानसिंह स्कूल (एसएमएस) के दो छात्र व महापुरा के जेपीआईएस स्कूल का एक विद्यार्थी संक्रमित मिला था। सीएमएचओे जयपुर डॉ. नरोत्तम शर्मा बताया कि जयश्री पेडिवाल, महापुरा में किसी बच्चे के पॉजिटिव आने की अभी तक हमारे पास कोई सूचना नहीं है।
दो स्कूलों में दो और बच्चे भी हुए कोरोना संक्रमित
प्रदेश में कोरोना संक्रमण एक बार फिर पैर पसाने लगा है। इस दौरान शहर के दो स्कूलों के दो और बच्चे कोरोना पॉजिटिव आए है। राज्य सरकार के निर्देश पर 15 नवंबर से 100 फीसदी क्षमता के साथ स्कूल खुले हैं। इसके बाद से ही स्कूलों में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं। मानसरोवर स्थित नीरजा मोदी स्कूल में एक मीडिल कक्षा की छात्रा कोरोना संक्रमित आई है। यह बच्ची 15 नवंबर को स्कूल आई थी, इसके बाद से स्कूल नहीं आई। वहीं जयश्री पेडिवाल स्कूल, महापुरा में कक्षा पांच की एक छात्रा भी कोरोना संक्रमित मिली। गौरतलब है कि मंगलवार को जयपुर के रामबाग स्थित महाराजा सवाई मानसिंह स्कूल (एसएमएस) के दो छात्र व महापुरा के जेपीआईएस स्कूल का एक विद्यार्थी संक्रमित मिला था। सीएमएचओे जयपुर डॉ. नरोत्तम शर्मा बताया कि जयश्री पेडिवाल, महापुरा में किसी बच्चे के पॉजिटिव आने की अभी तक हमारे पास कोई सूचना नहीं है।
स्कूलों में उपस्थिति का आंकड़ा घटा
कोरोना के डर के चलते बच्चों की स्कूलों में उपस्थिति कम होती जा रही है। सोमवार को जहां उपस्थिति 70 से 80 फीसदी पहुंच गई थी। अब वह थोड़ी कम होकर 60 से 70 के बीच में पहुंच गई है। ऐसे में अब फिर से अभिभावकों को अपने बच्चों को कोरोना का डर सता रहा है। संयुक्त अभिभावक संघ ने मुख्यमंत्री और सरकार से ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों विकल्प देने की गुहार लगाई है। अभी अधिकांश स्कूलों ने ऑनलाइन पढ़ाई बंद कर दी है।
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