तृतीय शिक्षकों की पदोन्नति के लिए शीघ्र रास्ता निकलने की उम्मीद : 25 हजार शिक्षकों की होगी पदोन्नति, दिलावर ने कहा- हम एक साल में 50 हजार शिक्षकों की पदोन्नति करने में रहेंगे सफल
शिक्षकों के लगभग सभी रिक्त पद भर जायेंगे
राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कहा है कि प्रदेश में तृतीय शिक्षकों की पदोन्नति के लिए आगामी दस-पन्द्रह दिन में कोई रास्ता निकलने की उम्मीद हैं
नागौर। राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कहा है कि प्रदेश में तृतीय शिक्षकों की पदोन्नति के लिए आगामी दस-पन्द्रह दिन में कोई रास्ता निकलने की उम्मीद हैं और इससे करीब 25 हजार शिक्षकों की पदोन्नति हो सकेगी और हम इस तरह एक साल में 50 हजार शिक्षकों की पदोन्नति करने में सफल रहेंगे। उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के समय पांच साल में शिक्षकों की पदोन्नति नहीं की गई और इससे कोई रिक्त पद नहीं भरा, जिससे शिक्षकों की कमी रही। अब मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में सरकार ने चाहा कि सभी प्रकार डीपीसी होनी चाहिए और जो पात्रता रखता हैं उनका प्रमोशन करना चाहिए।
हमने अभियान चलाकर 25 हजार शिक्षकों का प्रमोशन कर दिया हैं और तृतीय श्रेणी शिक्षकों का द्वितीय श्रेणी के लिए प्रमोशन अभी बाकी है, अदालत में कुछ मामला हैं हम अदालत में भी अपनी बात अच्छी तरह रख रहे हैं और शायद 10-15 दिन में कोई रास्ता निकल आयेगा। इससे करीब 25 हजार प्रमोशन होंगे और इस तरह एक साल में 50 हजार शिक्षकों के प्रमोशन करने में हम सफल रहेंगे। उन्होंने कहा कि इसके अलावा शिक्षकों के भर्ती निकालकर 12 हजार शिक्षकों के पद भरे हैं और मुख्यमंत्री की चार लाख लोगों को सरकारी नौकरी की घोषणा के तहत भी शिक्षकों की भर्ती होगी और इसके बाद शिक्षकों के लगभग सभी रिक्त पद भर जायेंगे।
उन्होंने कहा कि जो अध्यापक अच्छी पढ़ाई नहीं करा पा रहे हैं उनके खिलाफ उनका अन्य जगह स्थानांतरण आदि की कार्यवाही किये जाने का कहने के बाद शिक्षक विद्यालयों में बच्चों को अच्छा पढ़ा रहें हैं और शायद अब यह नौबत नहीं आयेगी कि अध्यापक के खिलाफ कोई कार्रवाई की जाये। उन्होंने कहा कि सरकार के नियम के अनुसार जो विद्यार्थी 80 में से 13 अंक लाने वाला पास हो जायेगा (20 अंक स्कूल की तरफ से मिलाने पर) लेकिन अब हमने यह कर दिया कि इतने अंक लाने पर बच्चा तो पास हो जायेगा लेकिन बच्चे के 80 में से 40 अंक नहीं आने पर अध्यापक फेल हो जायेगा। दिलावर ने कहा कि ऐसे शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी और उन्हें अन्य जगह स्थानांतरण किया जायेगा। उन्होंने कहा कि इसके बाद विद्यालयों में शिक्षक अच्छा पढ़ा रहे हैं और शायद अब नौबत नहीं आयेगी कि अध्यापक के खिलाफ एक्शन लेना पड़े।
जिन विद्यार्थियों के बोर्ड की परीक्षा में उनके अनुमान से अंक कम आने पर परीक्षा में आये अंकों की रि-टोटलिंग की व्यवस्था हैं और इसके तहत कई बार नम्बर बढ़ भी जाते हैं लेकिन बच्चे के मन रहता हैं कि उसकी मेहनत के मुताबिक नम्बर नहीं मिले तो अब वे रिचैङ्क्षकग भी करा सकेंगे। उन्होंने कहा कि रिचैकिंग की व्यवस्था गणित विषय से पायलट प्रोजेक्ट के रुप में शुरु कर रहे हैं और इसके अच्छे परिणाम आने पर शेष सभी विषयों में इसे लागू किया जायेगा।
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