आखातीज पर बाजार गुलजार : ज्वैलरी बाजार में रौनक, राज्य में 500 करोड़ और जयपुर में 200 करोड़ के कारोबार की उम्मीद
जयपुर में तीन हजार से अधिक शादियां
जयपुर सर्राफा ट्रेडर्स कमेटी के महामंत्री मातादीन सोनी ने बताया कि इस बार गेहूं की बंपर फसल से किसानों की आय में वृद्धि हुई है।
जयपुर। अक्षय तृतीया (आखातीज) के पर्व पर बाजारों में जबरदस्त रौनक देखी जा रही है। पारंपरिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन किया गया निवेश शुभ और फलदायक माना जाता है, जिससे सोने-चांदी के जेवर, सिक्के और बर्तन खरीदने की होड़ लगी हुई है। अबूझा मुहूर्त के दिन शादियों की धूम रहेगी। व्यापारियों का मंगलवार का दिन डिलीवरी और ट्रायल देने में बीता। साफा, शेरवानी, कपड़े, लहंगे लेने के लिए दिनभर बड़ी चौपड़, एमआई रोड सहित शहर के बाहर के बाजारों में खरीदारों की गहमा गहमी रही। राज्यभर में लगभग 500 करोड़ रुपए के कारोबार का अनुमान है, जिसमें अकेले जयपुर में 200 करोड़ रुपए तक की बिक्री हो सकती है। जयपुर सर्राफा बाजार में खरीदारों की रौनक बनी हुई है। जयपुर सर्राफा बाजार में पिछले साल आखातीज से शुद्ध सोना 24,100 रुपए, जेवराती सोना 21,700 रुपए और चांदी 12,700 रुपए महंगी है।
लाइटवेट ज्वैलरी बनी पहली पसंद
लाइटवेट और फैन्सी ज्वैलरी की मांग तेजी से बढ़ी है। खासकर कुंदन, मीनाकारी और हल्के वजन की सोने की ज्वैलरी ग्राहकों को आकर्षित कर रही है। इनकी डिजाइन पारंपरिक भी हैं और आधुनिक भी, जो उपहार देने और नियमित पहनने दोनों के लिए उपयुक्त हैं।
गांवों से भी मिल रही अच्छी मांग
जयपुर सर्राफा ट्रेडर्स कमेटी के महामंत्री मातादीन सोनी ने बताया कि इस बार गेहूं की बंपर फसल से किसानों की आय में वृद्धि हुई है, जिससे गांवों में भी शादियों के अबूझ सावे और आखातीज को देखते हुए ज्वैलरी की मांग बढ़ी है।
सिक्कों - चांदी के बर्तनों की डिमांड
अक्षय तृतीया पर सोने-चांदी के सिकके, पूजा सामग्री और चांदी के बर्तन भी खूब खरीदे जा रहे हैं।
बारात में कूलर का नया ट्रेंड
बढ़ती गर्मी से राहत देने और बारात में डांस करने वालों के लिए ठंडी हवा देने वाले कूलर भी साथ चलने लगे है। हाथी, घोड़े, ऊंट के लवाजमें के साथ अब ठंडी हवा देने वाले वाटर एयरकूलर भी साथ चलते है। शंकर गैस लाइट के कमल फूलवानी ने बताया कि जयपुर के बाहर से भी बारात में लाइट के साथ कूलर की डिमांड बढ़ रही है।
डिजाइनर ड्रेस की मांग अधिक
वे डिंग सीजन में थीम बेस शादियों में मेहंदी, हल्दी, विवाह, रिंग सेरेमनी, म्युजिक जैसे इवेंट की डिजाइनर ड्रेस की मांग अधिक है। गांवों की मांग अधिक आ रही है।
-सुरेश सैनी, महामंत्री, जयपुर व्यापार महासंघ
डेस्टिनेशन वेंडिंग बढ़ी
वरवधु एक ही स्थान पर एकत्रित होकर डेस्टिनेशन वेंडिंग अधिक कर रहे है। पुष्कर, उदयपुर, जोधपुर और जयपुर में अधिक डेस्टिनेशन वेंडिंग हो रही है। राज्य में 40,000 और जयपुर में ढाई से तीन हजार शादियां होंगी।
-रास बिहारी शर्मा, प्रदेश अध्यक्ष, राजस्थान टेंट डीलर्स किराया व्यवसायी समिति, जयपुर
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