धरातल पर उतरने लगी भजनलाल सरकार की घोषणाएं, क्रमोन्नत चिकित्सालयों के लिए 208 पद भी सृजित : मंत्री जोराराम कुमावत
प्रदेश के 50 पशु चिकित्सा उप केंद्र क्रमोन्नत
क्रमोन्नत पशु चिकित्सालयों के लिए फर्नीचर व उपकरण के लिए 30-30 हजार रुपए की स्वीकृति की अनुमति भी दी गई है।
जयपुर। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की बजट घोषणा 2025-26 की घोषणाएं अब धरातल पर उतरने लगी हैं। खासकर पशुपालन विभाग से जुड़ी बजट घोषणाओं की बात करें तो महज चार माह में ही 50 फीसदी से ज्यादा पूरी हो गई हैं। इसके लिए विभाग के केबिनेट मंत्री जोराराम कुमावत के प्रयास सराहनीय रहे हैं। उन्होंने बताया कि बजट वर्ष 2024-25 में पशुपालन विभाग के चिकित्सालयों के क्रमोन्नत या नए उप केंद्र खोलने की घोषणाएं शत-प्रतिशत पूरी हो चुकी हैं। इसी तरह बजट 2025-26 की घोषणाओं भी अब तक 50 फीसदी से ज्यादा घोषणाएं पूरी की जा चुकी हैं। बजट घोषणा 2025-26 के संबंध में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के निर्देशानुसार पशुपालन विभाग ने अब तक 25 बहुउद्देशीय पशु चिकित्सालय, 50 पशु चिकित्सालयों के क्रमोन्नत की वितीय व प्रशासनिक स्वीकृति जारी कर दी है।
इसके तहत नागौर के डेगाना, मकराना, मुंडावर, सांचोर, भीलवाड़ा के शाहपुरा व गंगापुर, दूदू, बगड़, बाड़ी के प्रथम श्रेणी चिकित्सालय को बहुउद्देशीय पशु चिकित्सालय में क्रमोन्नत किया गया है। इन चिकित्सालयों के लिए उपनिदेशक, पशु चिकित्सा अधिकारी, कनिष्ठ सहायक, एक्स-रे टैक्नीशियन व पशुधन परिचर सहित कुल 116 पद सृजित किए गए हैं। कुमावत ने बताया कि बजट वर्ष-2024-25 में 25 प्रथम श्रेणी से बहुउद्देशीय पशु चिकित्सालय, 50 पशु चिकित्सालय से प्रथम श्रेणी चिकित्सालय तथा 100 उप केंद्रों को पशु चिकित्सालयों में क्रमोन्नत किया गया था। साथ ही प्रदेश में 500 नए उप केंद्र खोलने की स्वीकृति जारी की गई थी।
प्रदेश के 50 पशु चिकित्सा उप केंद्र क्रमोन्नत
जोराराम कुमावत ने बताया कि पशुपालन विभाग के शासन उप सचिव संतोष करोल ने 50 पशु चिकित्सा उपकेंद्रों को पशु चिकित्सालयों में क्रमोन्नत के आदेश जारी किए हैं। उन्होंने क्रमोन्नत चिकित्सालयों के लिए पशु चिकित्सा अधिकारी व पशुधन परिचर के कुल 92 नए पदों की प्रशासनिक व वितीय स्वीकृत दे दी है। इसके तहत पाली जिले के खुण्डावास, सिंदरली, इटंदरा मेडतियान, चेण्डा, सुमेरपुर बस स्टैण्ड के पास, सिंदरू, बालराई, जीवंदकलां, सीकर जिले के पचार, बावड़ी, जालौर के मोरसीम, आकोली, पहाड़पुरा, बाड़मेर के बाछडाऊ, हडवा, मारूड़ी व रोहिड़ी (शिव), भीलवाड़ा जिले के फलामादा, छापरेल (जहाजपुर) उप केंद्र को क्रमोन्नत किया गया है।
इसी तरह टोंक जिले के काबरा, जोधपुर के जानादेसर, शिकारपुरा, चाबा, झुंझुंनू के टोडपुरा, नागौर के आकेली, चुटिसरा, जैसलमेर के मोडरडी, भैंसडा, सिरोही के फूंगनी, सवाईमाधोपुर के श्यामपुरा, डीग के बरई, धमारी, श्रीगंगानगर के गोविंदसर, बीकानेर के खारीचाराण व आडसर, रामसर, गुंसाईसर बड़ा, जयपुर के हाथोज, जोतड़ावाला, दहमीकलां, फालियावास, चूरू के खासोली, रेडी, प्रतापगढ़ के चिकलाड़ तथा उदयपुर जिले के गांव ढावा व पईए बूटाटी (डेगाना), नागौर, टिटपुरी अलवर, हडियाला चूरू, धीरपुरा-जोधपुर के पशु चिकत्सा उप केंद्र को क्रमोन्नत किया जा चुका है। इन क्रमोन्नत पशु चिकित्सालयों के लिए फर्नीचर व उपकरण के लिए 30-30 हजार रुपए की स्वीकृति की अनुमति भी दी गई है।

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