विधायक निधि में कथित भ्रष्टाचार मामला : डांगा के जवाब से संतुष्ट नहीं बीजेपी, अनुशासन समिति को सौंपी जांच
पारदर्शिता बनाए रखना सर्वोच्च प्राथमिकता है
स्पष्ट किया कि जांच रिपोर्ट आने के बाद ही अनुशासनात्मक कदमों पर निर्णय लिया जाएगा। पार्टी की छवि और पारदर्शिता बनाए रखना सर्वोच्च प्राथमिकता है।
जयपुर। विधायक निधि में कथित भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे बीजेपी विधायक रेवतराम डांगा का मामला अब पार्टी की अनुशासन समिति को सौंप दिया गया है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने साफ कहा है कि डांगा की ओर से दिए गए स्पष्टीकरण से पार्टी संतुष्ट नहीं है, इसलिए पूरे मामले की विस्तृत और तथ्यात्मक जांच कराई जाएगी। अनुशासन समिति की रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई तय होगी। मदन राठौड़ ने कहा कि विधायक निधि से जुड़ा मामला बेहद गंभीर है और पार्टी इस पर किसी तरह की ढिलाई नहीं बरतेगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि जांच रिपोर्ट आने के बाद ही अनुशासनात्मक कदमों पर निर्णय लिया जाएगा। पार्टी की छवि और पारदर्शिता बनाए रखना सर्वोच्च प्राथमिकता है।
राजनीतिक बयान देना उचित नहीं
अरावली खनन मामले पर कांग्रेस कांग्रेस की ओर से लगाए गए आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए राठौड़ ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को जल्दी से बचना चाहिए। यह मामला सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है और राजनीतिक बयान देना उचित नहीं है। बीजेपी भी अरावली से किसी तरह की छेड़छाड़ नहीं चाहती और कोर्ट के आदेश की समीक्षा के बाद ही कानूनी कदम उठाए जाएंगे। बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रही हिंसा के सवाल पर राठौड़ ने कहा कि केन्द्र सरकार देश-विदेश में हिंदुओं की सुरक्षा को लेकर पूरी तरह गंभीर है। पंचायत और निकाय चुनावों को लेकर उन्होंने कहा कि पार्टी सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के अनुसार चुनाव के लिए पूरी तरह तैयार है।

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