सोफिया कुरैशी पर की टिप्पणी बेहद दुर्भाग्यपूर्ण : भाजपा का शीर्ष नेतृत्व मांगे माफी, सचिन पायलट ने कहा- संसद का विशेष सत्र बुलाएं सरकार
भारत की संप्रभुता पर सवाल खड़े करता है
पायलट ने मांग की है कि पीओके को लेकर 1994 में पास प्रस्ताव को दोबारा पारित किया जाए और इस पर चर्चा के लिए संसद का विशेष सत्र बुलाया जाएं।
जयपुर। कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने भारतीय सेना के शौर्य और अनुशासन की सराहना की। उन्होंने कहा कि कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने हाल ही में जिस तरह से सेना के ऑपरेशन की जानकारी साझा की। उस पर पूरे देश को गर्व है। पायलट ने कहा कि मध्य प्रदेश के एक मंत्री द्वारा की गई टिप्पणी बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और अस्वीकार्य है। ऐसे व्यक्ति को मंत्रिमंडल में बने रहने का अधिकार नहीं है। भाजपा के शीर्ष नेतृत्व को इस पर माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कर्नल कुरैशी जैसे बहादुर सैनिक, जिनकी तीसरी पीढ़ी फौज में सेवा दे रही है, उनके प्रति अनादर सहन नहीं किया जाएगा। पायलट ने अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के सीजफायर और व्यापार संबंधी बयान पर भी सवाल उठाएं। उन्होंने कहा कि ट्रंप आतंकवाद पर शांत है और कश्मीर मुद्दे को अनावश्यक रूप से उठाया, जो भारत की संप्रभुता पर सवाल खड़े करता है।
पायलट ने मांग की है कि पीओके को लेकर 1994 में पास प्रस्ताव को दोबारा पारित किया जाए और इस पर चर्चा के लिए संसद का विशेष सत्र बुलाया जाएं। उन्होंने कहा कि भारत की सेना ने एयरस्ट्राइक में पूरी सतर्कता बरती और किसी नागरिक को नुकसान नहीं पहुंचाया। सीजफायर के तुरंत बाद पाकिस्तान द्वारा की गई गोलाबारी पर उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि पाकिस्तान पर भरोसा नहीं किया जा सकता। आतंकवाद के मुद्दे पर पूरा देश एकजुट है और सेना के शौर्य पर सभी को गर्व है।
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