राजस्थान में फिर कोरोना की एंट्री: जैसलमेर में मिले दो मरीज, वेरिएंट पता लगाने को सैंपल जीनोम सिक्वेंसिंग को भेजे जाएंगे
राहत यह नया वेरिएंट खतरनाक नहीं
राजस्थान में कोरोना की फिर से एंट्री हो गई है। बुधवार को जैसलमेर में दो नए मरीज सामने आए हैं। दोनों मरीजों को होम आइसोलेशन में रखा गया है।
जयपुर। राजस्थान में कोरोना की फिर से एंट्री हो गई है। बुधवार को जैसलमेर में दो नए मरीज सामने आए हैं। दोनों मरीजों को होम आइसोलेशन में रखा गया है। इन मरीजों के जांच सैंपल जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजे जाएंगे। इसके बाद ही पता चल सकेगा कि यह कोरोना के नए वैरिएंट जेएन.1 से संक्रमित मरीज हैं या नहीं। बुधवार को नए वैरिएंट के प्रदेशभर में घोषित अलर्ट के बाद चिकित्सा विभाग की एसीएस शुभ्रा सिंह ने विभाग के अलाा अधिकारियों की शासन सचिवालय में कोरोनो को लेकर समीक्षा बैठक की, जिसमें बताया गया कि विशेषज्ञों के अनुसार यह नया वैरिएंट खतरनाक नहीं है। अब तक इससे संक्रमित हुए 90 फीसदी मरीजों को अस्पताल में भर्ती होने की जरुरत नहीं पड़ी है। घर पर ही आइसोलेशन में रहकर रोगी ठीक हुए हैं। ऐसे में घबराने या भयभीत होने की जरुरत नहीं है। केवल सावधानी बरतने की जरुरत है।
मांडविया ने की कोविड के बढ़ते मामलों की समीक्षा
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मांडविया ने देश के कुछ हिस्सों में बढ़ते कोविड-19 मामलों के मद्देनजर निगरानी, रोकथाम और प्रबंधन के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली की स्थिति और तैयारियों की बुधवार को समीक्षा की तथा किसी परिस्थिति का सामना करने के लिए केंद्र-राज्य सरकारों के आपसी सहयोग की आवश्यकता बताई।
ग्रेडेड रेस्पांस सिस्टम तैयार होगा, कोविड प्रबन्धन को कमेटी गठित
बैठक में शुभ्रा सिंह ने प्रदेशभर में अस्पतालों में आवश्यक तैयारियां करने, ग्रेडेड रेस्पोंस सिस्टम विकसित करने, केसेज के मुताबिक चिकित्सा सेवाओं की उपलब्धता बढ़ाने और कोविड प्रबन्धन के लिए चिकित्सा शिक्षा आयुक्त शिवप्रसाद नकाते की अध्यक्षता में राज्यस्तरीय समिति का गठन किया है। बैठक में आरएमएससीएल की एमडी अनुपमा जोरवाल, जनस्वास्थ्य निदेशक डॉ.रवि प्रकाश माथुर सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
एडवाइजरी जारी होगी, 26 को मॉक ड्रिल होगा
बैठक में जिला कलेक्टरों को पत्र लिखकर एडवाइजरी जारी करने के निर्देश दिए हैं। खांसी, जुकाम, बुखार के संदिग्ध मरीजों की जांच होगी। सरकारी के साथ ही प्राइवेट अस्पतालों में चिकित्सा व्यवस्था मुस्तैद करने के साथ ही 26 दिसम्बर को प्रदेशभर में चिकित्सा सेवाओं की टेस्टिंग को मॉक ड्रिल भी होगा। सीएचसी-पीएचसी तक आरटीपीसीआर जांच किट उपलब्ध रखने, आॅक्सीजन, दवाईयां समुचित रखने के निर्देश दिए गए हैं।
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