करोड़ों के अकृषि ऋणों की वसूली की कार्य योजना तैयार, प्राथमिक भूमि विकास बैंकों को दी टास्क
अवधिपार खातों में अधिकतम वसूली सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए
राज्य भूमि विकास बैंक ने प्राथमिक भूमि विकास बैंकों को अकृषि ऋणों की वसूली की तैयारी कर दी है
जयपुर। राज्य भूमि विकास बैंक ने प्राथमिक भूमि विकास बैंकों को अकृषि ऋणों की वसूली की तैयारी कर दी है। सरकार ने बैंकों से अवधिपार ऋणियों से व्यक्तिगत संपर्क कर वसूली योग्य राशि की जानकारी देते हुए नोटिस जारी करने को कहा है। ब्याज अनुदान योजनाओं में प्राथमिक बैंकों को मार्च 2025 तक नियमित खातों में 100% और अवधिपार खातों में अधिकतम वसूली सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।
वरिष्ठ अधिकारियों की नियुक्ति
15 करोड़ रुपए से अधिक अवधिपार वाले बैंकों में उप महाप्रबंधक स्तर के अधिकारियों को खंड प्रभारी नियुक्त कर फील्ड में वसूली कार्य तेज करने की योजना तैयार की गई है। इसके साथ ही 5 लाख से अधिक अवधिपार वाले ऋणी सदस्यों से दूरभाष के माध्यम से संपर्क कर वसूली के लिए समझाइश दी जाएगी।
साप्ताहिक समीक्षा: प्रबंध निदेशक की ओर से प्राथमिक बैंकों की वसूली की साप्ताहिक समीक्षा की जाएगी। खंड प्रभारी अधिकारियों को वसूली कार्य योजना की प्रगति, सुझाव, और कमियों से राज्य भूमि विकास बैंक को अवगत कराने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इन कदमों से वसूली कार्यक्रम को प्रभावी बनाने और बैंकों की वित्तीय स्थिति सुधारने की उम्मीद है।
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