शिक्षा व्यवस्था को अधिक पारदर्शी बनाने के लिए नया नियम : लिखित परीक्षा में 50% से कम अंक आने पर शिक्षक के खिलाफ होगी कार्रवाई, पढ़े और क्या-क्या बोले शिक्ष मंत्री मदन दिलावर
आवश्यक कार्रवाई की जाएगी
उनके लिखित परीक्षा में 50% से कम अंक आते हैं, तो शिक्षा विभाग द्वारा संबंधित शिक्षक के खिलाफ जांच की जाएगी और आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
जयपुर। प्रदेश में शिक्षा व्यवस्था को और अधिक पारदर्शी और प्रभावी बनाने के लिए सरकार ने एक नया नियम लागू किया है। अब स्टूडेंट्स के सेशनल मार्क्स (सत्रांक) के आधार पर टीचर्स का मूल्यांकन किया जाएगा। यदि किसी शिक्षक द्वारा स्टूडेंट्स को 100% सेशनल मार्क्स दिए जाते हैं, लेकिन उनके लिखित परीक्षा में 50% से कम अंक आते हैं, तो शिक्षा विभाग द्वारा संबंधित शिक्षक के खिलाफ जांच की जाएगी और आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
सेशनल मार्क्स पर निगरानी
शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने अटाया कि सेशनल मार्क्स स्टूडेंट्स के फाइनल रिजल्ट का हिस्सा होता हैं। अगर किसी स्टूडेंट को 20 में से 20 सेशनल मार्क्स मिलते हैं, तो उसे विषय की परीक्षा में केवल 13 अंक लाने की जरूरत होती है। इससे पास होना आसान हो जाता है, जिससे शिक्षा की गुणवत्ता प्रभावित होती है।
रिजल्ट से तय होगा प्रमोशन
अब यदि किसी शिक्षक द्वारा 20 में से 20 सेशनल मार्क्स दिए गए हैं, तो छात्र को लिखित परीक्षा में कम से कम 50% अंक लाने होंगे। यदि ऐसा नहीं होता, तो शिक्षक से पूछताछ की जाएगी और दोषी पाए जाने पर सख्त कार्रवाई होगी। दिलावर ने बताया कि सरकार शिक्षा विभाग में कई सुधार कर रही है। जिसमें 50 हजार से अधिक कर्मचारियों और शिक्षकों का प्रमोशन करना भी है। अब शिक्षकों की पदोन्नति में स्टूडेंट्स का रिजल्ट भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
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