सौन्दर्यीकरण के नाम पर लाखों रुपए किए खर्च अधिकारी-ठेकेदार मिलीभगत से उठा रहे भुगतान
नगर निगम जयपुर ग्रेटर के कार्यों की खुली पोल
नगर निगम जयपुर ग्रेटर ने शहर को चमकाने के नाम पर लाखों रुपए खर्च कर प्रमुख मार्गों पर सौन्दर्यीकरण के काम करवाए थे, लेकिन रखरखाव के अभाव में कहीं गमले टूट गए तो कहीं पौधे सूखने लगे हैं।
जयपुर। प्रदेश में इन्वेस्टमेंट को बढ़ावा देने के साथ ही रोजगार के अवसर पैदा करने के लिए राज्य सरकार की ओर से आयोजित किए गए राइजिंग राजस्थान में पावणों, पर्यटकों के साथ ही निवेशकों के स्वागत में नगर निगम जयपुर ग्रेटर ने शहर को चमकाने के नाम पर लाखों रुपए खर्च किए थे, लेकिन अभी एक महीना भी पूरा नहीं हुआ है और विकास कार्यों की पोल खुल कर सामने आने लग गई है। नगर निगम ने शहर के प्रमुख मार्गों पर सौन्दर्यीकरण के काम करवाए गए थे, इसमें विभिन्न आरओबी पर पेड़-पौधों के संरक्षण के लिए बड़े-बडेÞ गमले (टंकिया) लगाई थी। इन टंकियों को लगाने के साथ ही इनके रखरखाव के लिए जोनवार टेंडर किए जाते है।
प्रति टंकी लगभग 1200 रुपए से अधिक का भुगतान
नगर निगम ग्रेटर ने शहर के प्रमुख ओवरब्रिजों के साथ ही मुख्य मार्गों पर पेडों के रखरखाव के लिए नई टंकियां लगाने के साथ ही क्षतिग्रस्त टंकियों को बदलना, पेडों का रखररखा करने के जोनवार टेंडर किए गए। इसमें प्रत्येक जोन में लगभग 200 नई टंकिया लगानी है। इसमें अधिकारियों की मिलीभगत ने के चलते क्षतिग्रस्त टंकिंया पर लोहे की चद्दर, लकड़ी का बोर्ड लगाने के साथ ही अन्य साधनों से उनकी मरम्मत कर उन पर पेंट कर दिया, जिससे क्षतिग्रस्त टंकियां कम दिखती है और अधिकारी व संबंधित फर्म मिलीभगत कर लाखों रुपए का बजट उठा रहे है। टंकियों के टूटने से पेड भी सूखने लग रहे है।
राइजिंग राजस्थान में की थी लीपापोती
प्रदेश में रोजगार को बढ़ावा देने के साथ ही निवेश को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार ने गत 9 से 11 दिसंबर तक राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट का आयोजन किया गया। इसमें देश विदेश में आने वाले पावणों एवं पर्यटकों को लुभाने के लिए राज्य सरकार ने सौन्दर्यीकरण के नाम पर करोडों रुपए का बजट भी खर्च किया था। इसमें नगर निगम जयपुर ग्रेटर के अधिकारियों ने ओवरब्रिजों एवं मुख्य मार्गों पर क्षतिग्रस्त टंकिंयों की लीपापोती कर दी थी और कई जगह तो टंकियों को रस्सियों एवं लोहें के तारों से बांधकर मिलीभगत कर बजट उठा लिया।
इन स्थानों पर अभी भी लगी है क्षतिग्रस्त टंकियां
शहर के प्रमुख टोंक रोड पर सांगानेर पुलिया, गोपालपुरा पुलिया, जेएलएनमार्ग स्थित मालवीय नगर पुलिया एवं गोपालपुरा स्थित त्रिवेणी नगर पुलियाओं पर क्षतिग्रस्त टंकियों के साथ ही राइजिंग राजस्थान में की गई लीपापोती की पोल खुलकर सामने आ रही है। इन ओवरब्रिजों पर टंकियों की खस्ता हालात है और मीडियनों के सौन्दर्यीकरण के स्थान पर बदरंग किया हुआ है।
शहर के सौन्दर्यीकरण के लिए लाखों रुपए का बजट खर्च होता है। सौन्दर्यीकरण से खिलवाड़ कर सरकारी धन का दुरूपयोग करने वाले अधिकारियों की जांच कर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
- डॉ. सौम्या गुर्जर, महापौर,
नगर निगम जयपुर ग्रेटर
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