महाराव शेखा जी का 537वां बलिदान दिवस मनाया : उनके जीवन से स्वाभिमान, स्वतंत्रता, महिला सम्मान की प्रेरणा मिलती है
बलिदान दिवस को कांस्टीट्यूशन क्लब में सम्बोधित
पूर्व विधायक सतीश पूनिया ने कहा कि स्त्री के सम्मान के लिए युद्ध करने का उदाहरण महाराव शेखा जी के जीवन से मिलता है।
जयपुर। विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा है कि शेखावाटी के संस्थापक महाराव शेखा कुशल प्रशासक रहे हैं, उनके जीवन से स्वाभिमान, स्वतंत्रता, महिला सम्मान की प्रेरणा मिलती है। वे बुधवार को श्री क्षत्रिय युवक संघ के अनुषांगिक संगठन श्री क्षात्र पुरुषार्थ फाउंडेशन की ओर से महाराव शेखा जी का बलिदान दिवस को कांस्टीट्यूशन क्लब में सम्बोधित कर रहे थे। सांसद राव राजेन्द्र सिंह ने कहा कि समाज केवल एक जाति नहीं बल्कि वह उन लोगों का समूह है, जो समाज को व्यवस्थित करने का काम करता है। उन्होंने कहा कि पश्चिम जहां योग्यतम के अस्तित्व की बात करता है, वहीं हमारी संस्कृति सर्वाधिक कमजोर के अस्तित्व की बात करती है। उन्होंने कहा कि महाराव शेखा ने 55 वर्ष की उम्र में 55 युद्ध लड़े, जिनमें से एक में भी पराजित नहीं हुए। पूर्व विधायक सतीश पूनिया ने कहा कि स्त्री के सम्मान के लिए युद्ध करने का उदाहरण महाराव शेखा जी के जीवन से मिलता है।
क्षत्रिय युवक संघ के संरक्षक भगवान सिंह रोलसाहबसर ने कहा कि हमारे महापुरुष हमारी वर्तमान समस्याओं के निराकरण के लिए पगडंड़ी नहीं अपितु महामार्ग बनाकर गए हैं, हमें केवल उनका अनुसरण करना है। पूर्व न्यायाधिपति आरएस राठौड़, पूर्व सांसद रामकुमार वर्मा भी मौजूद थे। इस अवसर पर श्री क्षत्रिय युवक संघ के वरिष्ठ स्वयंसेवक महावीर सिंह सरवड़ी ने संघ के संस्थापक एवं प्रथम विधानसभा के संयुक्त विपक्ष के नेता रहे तनसिंह की ओर से रचित 15 पुस्तकें विधानसभा पुस्तकालय के लिए विधानसभा अध्यक्ष देवनानी को भेंट की। इस अवसर पर बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।
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