समारोह में 10 से अधिक हिंदी विद्वानों का भी हुआ सम्मान
अब तक 25 मौलिक कृतियां प्रकाशित हैं
केंद्रीय साहित्य अकादमी अवार्ड से सम्मानित व्यास देश के जाने माने कवि, निबंधकार कला आलोचक और यात्रा वृतांतकार हैं। उनकी साहित्य की विभिन्न विधाओं में अब तक 25 मौलिक कृतियां प्रकाशित हैं।
जयपुर। भाषा में पुस्तकालय विभाग की ओर से एसएमएस मेडिकल कॉलेज के ऑडिटोरियम में आयोजित राज्य स्तरीय हिंदी भाषा दिवस समारोह के मौके पर 10 से अधिक विद्वानों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। इनमें राजभवन में अतिरिक्त निदेशक डॉ. राजेश कुमार व्यास को उनकी पुस्तक कलाओं की अंतर्दृष्टि के लिए भाषा एवं पुस्तकालय विभाग द्वारा राज्य स्तरीय समारोह में हिंदी सेवी पुरस्कार से सम्मानित किया। केंद्रीय साहित्य अकादमी अवार्ड से सम्मानित व्यास देश के जाने माने कवि, निबंधकार कला आलोचक और यात्रा वृतांतकार हैं। उनकी साहित्य की विभिन्न विधाओं में अब तक 25 मौलिक कृतियां प्रकाशित हैं।
हिंदी सेवी पुरस्कार के लिए चयनित व्यास की पुस्तक कलाओं की अंतर्दृष्टि नेशनल बुक ट्रस्ट, इंडिया द्वारा प्रकाशित है। यह कलाओं की मौलिक भारतीय चिंतन परंपरा की आधुनिक दृष्टि है। इसमें उन्होंने भारतीय कलाओं से जुड़ी परंपरा का गहन शोध करते हुए अपनी मौलिक विचार दृष्टि में उसे व्याख्यायित किया है। कुमार व्यास भारतीय ज्ञान परंपरा, संस्कृति और कलाओं के मौलिक चिंतक के रूप में जाने जाते हैं। दूरदर्शन ने उनके शोध और आलेख पर आधारित धारावाहिक डेजर्ट कॉलिंग बनाकर प्रसारित किया है। भारतीय लेखक प्रतिनिधि मंडल के अंतर्गत उन्होंने फ्रांस, जर्मनी, नेपाल आदि देशों की सांस्कृतिक यात्राएं की हैं। उनके यात्रा वृतांत नर्मदे हर, कश्मीर से कन्याकुमारी तथा आँख भर उमंग भी बहुत चर्चित रहे हैं।
केंद्रीय साहित्य अकादमी अवार्ड के अलावा उन्हें भारत सरकार का प्रतिष्ठित राहुल सांकृत्यायन अवार्ड, पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र का कोमल कोठारी अवार्ड, राजस्थानी भाषा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी का शिखर सम्मान और अन्य बहुत से पुरस्कार समय समय पर मिलते रहे हैं। केंद्रीय ललित कला अकादमी की पत्रिका समकालीन कला राजस्थान ललित कला अकादमी की पत्रिका आकृति के वह अतिथि संपादक और राजस्थान सरकार की मासिक पत्रिका सुजस के वह संपादक रहे हैं।
Comment List