जयपुर सर्राफा बाजार में शुद्ध सोना एक लाख के पार, 2800 रुपए की रिकॉर्ड उछाल
ऐतिहासिक रिकॉर्ड की गहन जांच जरूरी
सर्राफा बाजार में शुद्ध सोने ने नया इतिहास रचते हुए एक लाख रुपए का आंकड़ा पार कर लिया।
जयपुर। सर्राफा बाजार में शुद्ध सोने ने नया इतिहास रचते हुए एक लाख रुपए का आंकड़ा पार कर लिया। 22 अप्रैल 2025 को शुद्ध सोना 2800 रुपए की जोरदार छलांग के साथ 1,01,800 रुपए प्रति दस ग्राम पर पहुंच गया। वहीं, जेवराती सोना 2600 रुपए बढ़कर 94,800 रुपए प्रति दस ग्राम रहा। इसके विपरीत, चांदी में 300 रुपए की गिरावट देखी गई और यह 98,700 रुपए प्रति किलो पर बंद हुई। 18 कैरेट सोना 2600 रुपए उछलकर 82,800 रुपए और 14 कैरेट सोना 2300 रुपए बढ़कर 67,500 रुपए प्रति दस ग्राम रहा।
एक दिन में इतनी बड़ी तेजी का इतिहास :
जयपुर सर्राफा बाजार में एक दिन में 2800 रुपए की उछाल जैसी बड़ी तेजी दुर्लभ रही है। उपलब्ध आंकड़ों के आधार पर, पिछले कुछ वर्षों में ऐसी तेजी 4 से 5 बार ही देखी गई है, विशेषकर वैश्विक आर्थिक अस्थिरता, भू-राजनीतिक तनाव या त्योहारी सीजन के दौरान। उदाहरण के लिए, 2020 में कोविड-19 महामारी और 2022 में रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान सोने की कीमतों में ऐसी उछाल देखी गई थी। हालांकि, सटीक संख्या के लिए जयपुर सर्राफा ट्रेडर्स कमेटी के ऐतिहासिक रिकॉर्ड की गहन जांच जरूरी है।
तेजी की मुख्य वजह :
सोने की कीमतों में इस अभूतपूर्व उछाल के पीछे कई कारक जिम्मेदार हैं :
वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता : अमेरिका-चीन के बीच व्यापार तनाव और अमेरिकी टैरिफ नीतियों ने सोने को सुरक्षित निवेश के रूप में बढ़ावा दिया।
मुद्रास्फीति और रुपए का अवमूल्यन : बढ़ती मुद्रास्फीति और भारतीय रुपए की कमजोरी ने सोने की मांग को बढ़ाया।
त्योहारी मांग : भारत में शादी-विवाह और त्योहारी सीजन के कारण सोने की खरीदारी में वृद्धि हुई।
वैश्विक सोने की कीमतें : अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतें 3100 डॉलर प्रति औंस के पार पहुंचने से स्थानीय कीमतों पर असर पड़ा।
1971 से 2025 तक सोने की कीमतों में वृद्धि :
जयपुर सर्राफा बाजार में 1971 से 2025 तक शुद्ध सोने की कीमतों में जबरदस्त वृद्धि देखी गई है। नीचे दिए गए आंकड़े इसकी तस्वीर पेश करते हैं:
1971 : 193 रुपए प्रति दस ग्राम
1981 : 1700 रुपए प्रति दस ग्राम
1991: 3466 रुपए प्रति दस ग्राम
2001: 4300 रुपए प्रति दस ग्राम
2011: 26,400 रुपए प्रति दस ग्राम
2021: 50,000 रुपए प्रति दस ग्राम
2025: 1,01,800 रुपए प्रति दस ग्राम
प्रतिशत वृद्धि
1971 से 2025 तक शुद्ध सोने की कीमत में वृद्धि की गणना निम्नलिखित है :
वृद्धि = (1,01,800 - 193) / 193 × 100
परिणाम = 52,635.23% (लगभग 52,635%)
इसका मतलब है कि 1971 में 193 रुपए में खरीदा गया सोना 2025 में 1,01,800 रुपए का हो गया, जो निवेशकों के लिए असाधारण रिटर्न दर्शाता है।
वार्षिक औसत वृद्धि दर (CAGR)
1971 से 2025 तक (54 वर्ष) सोने की कीमतों की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (CAGR) की गणना निम्नलिखित है:
CAGR = [(1,01,800 / 193)^(1/54) - 1] × 100
परिणाम = लगभग 16.32% प्रति वर्ष
यह दर्शाता है कि सोने की कीमतें औसतन हर साल 16.32% की रफ्तार से बढ़ी हैं।
निवेशकों को कितना फायदा
सोने में निवेश करने वालों को विभिन्न समयावधियों में निम्नलिखित रिटर्न मिले:
1971 से 2025: 52,635% रिटर्न, यानी 1,000 रुपये का निवेश अब 5,26,350 रुपये का हो गया।
1981 से 2025: (1,01,800 - 1,700) / 1,700 × 100 = 5,888% रिटर्न।
1991 से 2025: (1,01,800 - 3,466) / 3,466 × 100 = 2,837% रिटर्न।
2001 से 2025: (1,01,800 - 4,300) / 4,300 × 100 = 2,267% रिटर्न।
2011 से 2025: (1,01,800 - 26,400) / 26,400 × 100 = 285% रिटर्न।
2021 से 2025: (1,01,800 - 50,000) / 50,000 × 100 = 103.6% रिटर्न।
लंबी अवधि में सोना एक सुरक्षित और लाभकारी निवेश साबित हुआ है, विशेष रूप से मुद्रास्फीति और आर्थिक अस्थिरता के खिलाफ।
निवेशक सतर्क रहें :
राजस्थान सर्राफा संघ के अध्यक्ष सुभाष गुप्ता ने बताया कि सोने की कीमतों में तेजी का सिलसिला अल्पकाल में जारी रह सकता है, लेकिन निवेशकों को सतर्क रहना चाहिए। बाजार की अस्थिरता और वैश्विक नीतियों पर नजर रखना जरूरी है। सोने में निवेश से पहले BIS हॉलमार्क की जांच और विश्वसनीय ज्वैलर्स से खरीदारी की सलाह दी जाती है।
सुरक्षित निवेश का मजबूत विकल्प :
जयपुर सर्राफा बाजार में सोने की कीमतों ने नया रिकॉर्ड बनाया है। वैश्विक और स्थानीय कारकों के कारण यह तेजी देखी जा रही है। 1971 से अब तक सोने ने निवेशकों को असाधारण रिटर्न दिए हैं, और यह लंबी अवधि में सुरक्षित निवेश का विकल्प बना हुआ है। निवेशकों को बाजार के रुझानों पर नजर रखते हुए सूझबूझ से निर्णय लेना चाहिए।
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