सड़क विकास की रफ्तार : दो साल में 40 हजार किमी सड़कों का कायाकल्प, गांव-गांव तक पहुंची प्रगति
ग्रामीण क्षेत्रों में सुरक्षित और टिकाऊ सड़कें उपलब्ध
वर्तमान सरकार के कार्यकाल के दो वर्षों में सड़क विकास के क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति देखने को मिली। सरकार ने इस अवधि में 27 हजार 238 करोड़ रुपए से अधिक की राशि व्यय कर 39 हजार 891 किलोमीटर सड़कों का विकास किया है, जिससे प्रदेश का यातायात ढांचा मजबूत हुआ है और ग्रामीण से शहरी क्षेत्रों तक आवागमन सुगम बना।
जयपुर। वर्तमान सरकार के कार्यकाल के दो वर्षों में सड़क विकास के क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति देखने को मिली है। सरकार ने इस अवधि में 27 हजार 238 करोड़ रुपए से अधिक की राशि व्यय कर 39 हजार 891 किलोमीटर सड़कों का विकास किया है, जिससे प्रदेश का यातायात ढांचा मजबूत हुआ है और ग्रामीण से शहरी क्षेत्रों तक आवागमन सुगम बना है। पीडब्ल्यूडी के अनुसार ग्रामीण सड़क नेटवर्क को सशक्त बनाने की दिशा में 8 हजार 557 किलोमीटर लंबाई की मिसिंग लिंक सड़कों का निर्माण किया गया है। इससे दूर-दराज के गांवों को मुख्य मार्गों से जोड़ा गया है। वहीं प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत 3 हजार 139 किलोमीटर सड़कों का उन्नयन, सुदृढ़ीकरण एवं नवीनीकरण कार्य पूर्ण किया जा चुका है, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में सुरक्षित और टिकाऊ सड़कें उपलब्ध हुई हैं।
भविष्य की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए 2 हजार 750 किलोमीटर लंबाई के 9 ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे के निर्माण हेतु डीपीआर का कार्य तेजी से प्रगति पर है। यह परियोजनाएं औद्योगिक विकास और तेज आवागमन को नई दिशा देंगी। इसके साथ ही 10 हजार से अधिक आबादी वाले गांवों में 320 करोड़ रुपए की लागत से 78 अटल प्रगति पथों तथा 5 हजार से अधिक आबादी वाले गांवों में 492 करोड़ रुपए की लागत से 249 अटल प्रगति पथों को स्वीकृति दी गई है। ये योजनाएं ग्रामीण विकास और आर्थिक गतिविधियों को नई गति प्रदान करेंगी।

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