बोर्ड की कॉपी चेक करने में लापरवाही, शिक्षक के साथ कॉपी की जांच करते नजर आए छात्र

लवे स्टेशन के पास स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय की है

बोर्ड की कॉपी चेक करने में लापरवाही, शिक्षक के साथ कॉपी की जांच करते नजर आए छात्र

इस मामले में अखिल राजस्थान विद्यालय शिक्षक संघ ने संबंधित शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। संघ की ओर से कहा गया कि यह छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ है। 

अलवर। राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की कॉपी चेक करने में लापरवाही देखने को मिल रही है। यह लापरवाही 10वीं कक्षा की गणित की उत्तर पुस्तिकाओं की जांच को लेकर देखने को मिली है। अलवर के एक गणित शिक्षक ओमप्रकाश सैनी द्वारा छात्र-छात्राओं से उत्तर पुस्तिकाएं जांच करवाने की तस्वीरें सामने आई है। इस तस्वीर में सैनी के साथ एक लड़का और एक लड़की उत्तर पुस्तिकाओं की जांच करते हुए नजर आ रहे है।

बताया जा रहा है कि यह घटना अलवर रेलवे स्टेशन के पास स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय की है। इस मामले में अखिल राजस्थान विद्यालय शिक्षक संघ ने संबंधित शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। संघ की ओर से कहा गया कि यह छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है। 

Tags: students

Post Comment

Comment List

Latest News

दिल्ली में 55 लाख गाड़ियां अब अवैध : पार्किंग और फ्यूल पर लगेगा प्रतिबंध, 10 साल पुराने डीजल एवं 15 साल पुराने पेट्रोल वाहनों का रजिस्ट्रेशन रद्द  दिल्ली में 55 लाख गाड़ियां अब अवैध : पार्किंग और फ्यूल पर लगेगा प्रतिबंध, 10 साल पुराने डीजल एवं 15 साल पुराने पेट्रोल वाहनों का रजिस्ट्रेशन रद्द 
दिल्ली में 55 लाख गाड़ियां अब अवैध : पार्किंग और फ्यूल पर लगेगा प्रतिबंध, 10 साल पुराने डीजल एवं 15...
गुड़ामालानी हनीट्रैप के मामले में एक महिला सहित दो मुख्य आरोपियों को किया गिरफ्तार
रूस ने सूमी पर दागे बैलिस्टिक मिसाइल : सड़क पर शव बिखरे, 21 लोगों की मौत
जानें राज काज में क्या है खास 
मैदान पर चारों ओर कोहली... कोहली का रहा शोर, एसएमएस स्टेडियम से लेकर सड़कों तक छाया ‘18 नम्बर’ जर्सी का क्रेज 
राजस्थान पुलिस का 76वां स्थापना दिवस : तीन दिवसीय आयोजन कल से, मुख्यमंत्री लेंगे परेड की सलामी, 18 पुलिस कर्मियों को पुलिस पदक एवं 40 को सराहनीय सेवा पदक
उदयपुर में गहलोत और पायलट को गद्दार बताने वाले बैनर्स पर बवाल : वक्फ बिल का विरोध करने पर लगाए, कांग्रेस ने जताया कड़ा विरोध