अजमेर हाईवे टैंकर ब्लास्ट : हादसे में मदद करने वालों की पहचान कर दिया जाएगा इनाम
खौफ के बीच जीवन पटरी पर डीएनए से हुई एक और मृतक की पहचान
इसके लिए पुलिस उपायुक्त पश्चिम अमित कुमार ने टीम का गठन किया है।
जयपुर। अजमेर हाईवे पर डीपीएस स्कूल के पास कट पर हुए टैंकर ब्लास्ट से नुकसान और डर के साए में आए व्यापारियों ने अपने जीवन को पटरी पर लाने की शुरुआत कर दी है। हादसे के तीसरे दिन प्रशासन ने भी सतर्कता दिखाई और रोड पर पड़ी रोड़ी को हटाया। हालांकि हादसे के तीसरे दिन भी आसपास के इलाकों में बिजली सप्लाई सुचारू नहीं हुई। आग से रोड लाइटें और ट्रैफिक सिग्नल भी खराब हो गए थे। ऐसे में प्रशासन ने रात के समय रोशनी के लिए हेलोजन लाइटें लगाई हैं। आधा दर्जन से अधिक यातायात पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। दुकान मालिकों ने सुबह करीब नौ से 11 बजे के बीच पहुंचकर दुकानों को संभाला। हादसे के कारण कई दुकानों में कालिख जम गई थी, जिसे साफ किया गया। तीसरे दिन भी आग से जले हुए वाहनों को देखने के लिए लोगों की भीड़ लगी रही। हादसे में फंसे लोगों की मदद करने वालों की पहचान कर उन्हें इनाम दिया जाएगा। इसके लिए पुलिस उपायुक्त पश्चिम अमित कुमार ने टीम का गठन किया है।
सुरक्षाकर्मी तैनात
आग से बड़ी संख्या में वाहन कबाड़ बन गए हैं, जो पास ही खाली पड़ी जमीन में खडे कराए हैं। इनकी सुरक्षा के लिए कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ ने पुलिस कर्मियों को तैनात किया है। जिस कंटेनर ने टक्कर मारी थी, उसमें कम्बल समेत अन्य कपड़े रखे हैं और ट्रकों में भी सामान भरा है। सामान गायब नहीं हो जाएं इसके लिए पुलिसकर्मी तैनात किए हैं। हादसे के दौरान मौत तांडव कर रही थी और लोग चीख रहे थे, लेकिन कुछ लोगों ने सामान चोरी करने का प्रयास भी किया।
सीएनजी सिलेण्डर के ट्रक में आग से हड़कम्प
बिन्दायका थाना इलाके में सीएनजी टैंकर में आग लगने से आस-पास के इलाके में हड़कम्प मच गया। हादसे के समय पास ही संचालित प्लांट से फायर इक्विपमेंट लाकर तुरंत आधा घंटे में आग पर काबू पा लिया। थानाधिकारी भजन लाल ने बताया कि 75 सीएनजी गैस से भरा टैंकर सुबह प्लांट बाहर निकला तो खराब हो गया। दोपहर तक उसका काम करने के बाद चालक ने स्टार्ट किया तो वायरिंग से धुंआ उठने लगा। ऐसे में आस-पास मौजूद लोगों में हड़कंप मच गया। गनीमत रही मौजूद कर्मचारियों ने तुरंत आग पर काबू पा लिया, इससे बड़ा हादसा होने से टल गया।
अब वाहनों की सार-संभाल शुरू
ब्लास्ट में करीब 40 वाहन कबाड़ में तब्दील हो चुके हैं, इनके नम्बर पुलिस ने जारी किए थे। अब इन वाहनों के मालिकों का आना शुरू हो गया है। पुलिस ने अब वाहन मालिकों और चालकों के बयान लेना शुरू कर दिया है। जले हुए वाहनों में बचे हुए सामान को भी दूसरे ट्रकों में शिफ्ट किया जा रहा है। घटनास्थल से जले हुए वाहनों के अवशेष हटाने के साथ उखड़े कंक्रीट को भी हटाया। हाईवे के किनारे व रोड के बीच में डिवाइडर में लगे रोड संकेतों को भी लगाया गया। जले हुए बोर्ड पर नया रंग-रोगन किया जा रहा।
एफएसएल के पास चार मृतकों के सैम्पल आए थे। इनमें से तीसरे शव की शिनाख्त डीएनए के जरिए की गई है। मृतक प्रदीप कुमार निवासी कानपुर देहात के लिए उसके दो भाइयों ने डीएनए सैम्पल दिए थे। अब एक शव की पहचान बाकी है।
-डॉ. अजय शर्मा, एफएसएल निदेशक राजस्थानु
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