प्रदेश में गौ तथा भैंस वंशीय पशुओं में खुरपका और मुंहपका रोगों से बचाव के लिए किया जाएगा टीकाकरण
दो माह के अभियान में 2.32 करोड़ पशुओं को लगाए जाएंगे टीके
संरक्षित वन क्षेत्रों की 5 से 10 किमी परिधि के गांवों में एफ एमडी रोग रोग संभावित क्षेत्रों में वन विभाग के अधिकारियों से समन्वय स्थापित कर प्राथमिकता के आधार पर शत प्रतिशत टीकाकरण करने के निर्देश दिए।
जयपुर। प्रदेश में गाय एवं भैंस वंशीय पशुओं में खुरपका और मुंहपका रोगों से बचाव के लिए पशुपालन विभाग ने मंगलवार को एफ एमडी टीकाकरण शुरू किया। 17 मई तक आयोजित इस अभियान ग्राम पंचायतों के सहयोग से चलाया जाएगा और पशुपालन विभाग ने 2.32 करोड़ पशुओं को टीके लगाने का लक्ष्य रखा है। पशुपालन विभाग द्वारा राष्ट्रीय पशु रोग नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत राज्य के गौ तथा भैंस वंशीय पशुओं के लिए एफ एमडी टीकाकरण अभियान की शुरुआत की। यह सघन अभियान दो माह 18 मार्च से 17 मई तक चलेगा। पशुपालन विभाग के शासन सचिव डॉ. समित शर्मा ने राज्य में इस अभियान को सफल बनाने के लिए जिलों के संयुक्त निदेशकों को माइक्रो लेवल पर टीकाकरण की विस्तृत योजना बनाकर इसकी क्रियान्विति करने के निर्देश दिए हैं।
इसके लिए ब्लॉक लेवल पर भी नोडल अधिकारियों की नियुक्ति की गई है। उन्होंने जिला संयुक्त निदेशक और अधीनस्थ ब्लॉक नोडल अधिकारियों को दैनिक टीकाकरण कार्यक्रम बनाकर इसका विभिन्न माध्यमों से प्रचार प्रसार करने का निर्देश दिया है जिससे अधिक से अधिक पशुपालक इस सघन अभियान से जुड़ सकें और ज्यादा ये ज्यादा संख्या में पशुओं का टीकाकरण हो सके। डॉ. शर्मा ने निर्देश दिए कि प्रत्येक जिले में ब्लॉक और संस्थाओं को उनके कार्यक्षेत्र में पशुओं की संख्या के आधार पर वैक्सीन की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। उन्होंने जिलों में स्थित वन्य अभ्यारण्यों, संरक्षित वन क्षेत्रों की 5 से 10 किमी परिधि के गांवों में एफ एमडी रोग रोग संभावित क्षेत्रों में वन विभाग के अधिकारियों से समन्वय स्थापित कर प्राथमिकता के आधार पर शत प्रतिशत टीकाकरण करने के निर्देश दिए।
Comment List