ईसरदा बांध का काम लगभग पूरा : इसी मानसून में छलकने की उम्मीद, पीएचईडी के एसीएस ने किया बांध का निरीक्षण
फिल्टर प्लांट के कार्यों का निरीक्षण किया
भूमि अधिग्रहण से संबंधित प्रकरण, रेलवे एवं वन विभाग से संबंधित मुद्दों पर चर्चा कर इनका शीघ्र समाधान किए जाने की बात कही।
जयपुर। ईसरदा बांध का निर्माण कार्य 90 फीसदी पूर्ण हो चुका है। बांध के पियर्स एवं गेटों का कार्य पूरा करने के बाद अब डैम एवं कांक्रीट स्पिलवे का कार्य 15 जून तक पूर्ण किए जाने का प्रयास है। जलदाय एवं भूजल विभाग के एसीएस भास्कर ए. सावंत ने परियोजना के निर्माण कार्य, फिल्टर प्लांट के कार्यों का निरीक्षण किया। साथ ही विभागीय अभियंताओं को कार्य प्रगति को लेकर आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने प्रभावित परिवारों को भूमि आवंटन, पुनर्वास अवार्ड कार्य की पूर्णता को समयबद्ध सीमा में पूर्ण करने पर जोर दिया। भूमि अधिग्रहण से संबंधित प्रकरण, रेलवे एवं वन विभाग से संबंधित मुद्दों पर चर्चा कर इनका शीघ्र समाधान किए जाने की बात कही।
दो चरणों में निर्माण, भराव स्तर 262 आरएल मीटर तक
ईसरदा बीसलपुर के डाउन स्ट्रीम में बनेठा टोंक के पास बनास नदी पर बन रहा है। इसका निर्माण दो चरणों में किया जाना है। प्रथम चरण में डैम का निर्माण पूर्ण भराव स्तर 262 आरएल मीटर भराव क्षमता 10.77 टीएमसी तक पूर्ण किया जाएगा। इसमें पानी का भंडारण 256 आरएल मीटर भराव क्षमता 3.24 टीएमसी है। दूसरे चरण में बांध में पूर्ण भराव क्षमता 262 आरएल मीटर तक पानी संग्रहित हो सकेगा।
1256 गांवों, 6 शहरों को स्वच्छ पेयजल मिलेगा
आगामी मानसून के दौरान बांध में जल संग्रहित किया जा सकेगा। इसके बाद दौसा के एक हजार 79 ग्राम और 5 शहरों तथा सवाई माधोपुर के एक शहर तथा 177 गांवों में पेयजल की सुचारू आपूर्ति हो सकेगी। बांध निर्माण में ओवरफ्लों वाले भाग में स्पिलवेय ब्रिज में स्लैब निर्माण का कार्य प्रगतिरत है। अभी तक 28 के विरुद्ध 28 स्लैब डाली जा चुकी है। साथ ही 28 पीयर्स के विरुद्ध 28 पियर्स वांछित ऊंचाई तक पूर्ण किए जा चुके है। बांध में 84 गर्डर के विरुद्ध 84 गर्डर लॉन्च किए गए हंै।
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