पेपर लीक प्रकरण जानबूझ लंबित कर रही भाजपा : गहलोत
सरकार पता नहीं किससे बदला ले रही है
शेखावत को ये प्रयास करना चाहिए कि अब अन्य राज्यों से भी यह मांग करें कि यहां पर भी टूरिज्म का इंडस्ट्री का दर्जा दिया जाए।
जोधपुर। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जोधपुर पहुंचे। इस दौरान गहलोत ने मीडिया से बात करते सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि सरकार को जो करना है वो करे लेकिन पेपर लीक प्रकरण में सख्त कार्रवाई करे। उन्होंने कहा कि भाजपा खुद चाहती है कि ये मामला लंबा खिंचे। जिससे माहौल बिगड़ा रहे कि पिछली गवर्नमेंट के समय पेपर लीक हो गया। उन्होंने कहा कि देश भर में 70 जगह पेपर लीक हुए थे। ऐसे मामले में केंद्र सरकार को राज्य सरकारों के साथ मिलकर इस पर ठोस नीति बनानी चाहिए। सरकार को जो भी करना है, वह करें. इसमें गिरफ्तार करना है, निरस्त करना है, कुछ तो डिसीजन प्रदेश सरकार को लेना चाहिए। सरकार ने कई जगह नए जिले समाप्त कर दिए। जबकि जिले बनने से गुड गवर्नेंस होती वहां पर। पब्लिक को सहयोग मिलता। स्कीम बनती है तो उसे लागू ढंग से किया जा सकता था लेकिन इन्होंने उसे खत्म कर दिया। जबकि प्रदेश में और जिले बनने की गुंजाइश थी। सरकार पता नहीं किससे बदला ले रही है हमसे या जनता से।
हमारे खोले इंग्लिश मीडियम स्कूलों को रिव्यू में डालना चिंताजनक
इंग्लिश मीडियम स्कूलों को लेकर उन्होंंने कहा कि ये एक ऐसा प्रयोग पूरे देश के अंदर किया गया था। हमारे गांव के बच्चे इंग्लिश पढ़ने लग गए। समझने लग गए, बोलने लगे थे। कोई जमाने में इसका महत्व नहीं था, लेकिन इसको भी रिव्यू में डाल दिया गया। जो चिंताजनक है। इसके साथ ही गहलोत ने कहा कि राजस्थान सरकार ने चिरंजीवी योजना को कम कर दिया. राज्य में कंफ्यूजन चल रहा है कि योजना है भी नहीं, जबकि 25 लाख का बीमा हमने किया था। 88 प्रतिशत का कवरेज राजस्थान की जनता का कवरेज इस बीमा योजना के तहत किया गया था.
रिफाइनरी पर भी बोले
पचपदरा में रिफाइनरी को लेकर कहा कि यह प्रोजेक्ट डॉक्टर मनमोहन सिंह की बड़ी देन है। 5 साल तक इन्होंने 40000 करोड़ रुपए की योजना को बंद करके रखा, जो बाद में 70 से 80 हजार करोड़ रुपए की हो गई. कि वहां कहीं उद्योग खुलते. उन्होंने प्रदेश सरकार से कहा कि जल्द से जल्द रिफाइनरी का उद्घाटन किया जाना चाहिए. जो पेट्रो केमिकल के लिए जगह चिन्हित की गई है। वहां युवाओं को मौका देना चाहिए.
सीएम पर लगाए आरोप
गहलोत ने कहा जब सीएम भजनलाल जोधपुर आए थे, तब हमारे ऊपर आरोप लगा रहे थे कि उनके गृह जिले में सड़के नहीं है। अब यहां (जोधपुर) के लोग पूछ रहे हैं कि आपने मुख्यमंत्री बनने के बाद जोधपुर के लिए क्या किया? जबकि हमारे समय में जो स्वीकृति की थी वह सब अब तक रोक रखी है। गहलोत ने फिनटेक यूनिवर्सिटी को लेकर कहा कि इसके भवन का निर्माण हो चुका है, लेकिन उसके आगे कुछ नहीं किया जा रहा है। जयपुर में महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस बनाया था लेकिन उसे खत्म कर दिया। हालांकि, उस पर महात्मा गांधी का बोर्ड जरूर लगा है। जिसे देखकर एक खुशी है जरूर हुई कि उन्होंने नाम नहीं बदला। एक काम ठीक किया। उन्होंने केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह को लेकर कहा कि हमने सरकार में आने के बाद प्रदेश में टूरिज्म को इंडस्ट्री का दर्जा दिया था। जिसमें होटल, टूर ऑपरेटर सब खुश थे। तमाम तरह की छूट मिलना शुरू हो गई। बड़े लेवल की होटलों को 2 लाख रुपए तक का फायदा प्रति माह होने लग गया। उन्होंने शेखावत को नसीहत देते कहा कि वह हमारे घर के मंत्री हैं उन्हें जोधपुर का ख्याल रखना चाहिए। शेखावत को ये प्रयास करना चाहिए कि अब अन्य राज्यों से भी यह मांग करें कि यहां पर भी टूरिज्म का इंडस्ट्री का दर्जा दिया जाए।
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