एलन कोचिंग संस्थान के छात्र ने की फंदा लगाकर की आत्महत्या
चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया
पुलिस मौके पर पहुंची और गेट को तोड़कर अंदर घुसे तो छात्र फंदे पर लटका था। उसे एमबीएस अस्पताल लेकर गए, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया।
कोटा। कोचिंग नगरी के नाम से विख्यात कोटा शहर में कोचिंग विद्यार्थियों की आत्महत्या करने के बढ़ते मामले थम नहीं रहे हैं। तीन माह में ही दस कोचिंग विद्यार्थियों की मौत हो चुकी है। इनमें से आठ विद्यार्थियों ने फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या की जब कि दो की संदिग्ध मौत हो गई। मंगलवार दोपहर फिर जवाहर नगर थाना क्षेत्र में एलन कोचिंग संस्थान के नाबालिग छात्र ने अपने कमरे में फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को मोर्चरी में रखवाया है। परिजनों को सूचना दे दी गई और उनके आने के बाद ही पोस्टमार्टम होगा। नालंदा विहार का रहने वाला 17 वर्षीय कोचिंग छात्र पिछले एक साल से पीजी हॉस्टल में रहकर नीट की तैयारी कर रहा था और अकेला रहता था। सब इंस्पेक्टर गोपाललाल ने बताया कि छात्र एलन कोचिंग संस्थान से नीट की तैयारी कर रहा था। हॉस्टल से सूचना मिली थी कि नालंदा का एक कोचिंग छात्र अप्रैल 2024 से रह रहा था, उसने अंदर से कमरा बंद किया है और खोल नहीं रहा है। इस पर पुलिस मौके पर पहुंची और गेट को तोड़कर अंदर घुसे तो छात्र फंदे पर लटका था। उसे एमबीएस अस्पताल लेकर गए, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया।
सुबह देर तक नहीं उठा तो हुआ शक
कोचिंग छात्र जवाहर नगर स्थित एसआर हॉस्टल में कमरा नंबर 202 में अकेला रहता था। वह सोमवार को खाना खाने के बाद सुबह देर तक नहीं उठा था। इस पर हॉस्टल संचालक ने उसका दरवाजा भी खट-खटाया था, लेकिन कोई जबाव नहीं मिलने पर पुलिस को सूचना दी थी।
प्रतिमाह तीन विद्यार्थियों की मौत
कोचिंग छात्रों की आत्महत्या करने से पूरा शहर हतप्रभ है। जनवरी से लेकर मार्च के तीन माह अभी पूरे भी नहीं हुए और दस कोचिंग विद्यार्थियों की मौत हो गई। प्रतिमाह तीन से अधिक छात्र औसतन आत्महत्या कर रहे हैं। पिछले वर्ष 24 विद्यार्थियों की मौत हुई थी।
इनका कहना है
कोचिंग छात्र के आत्महत्या करने के मामले में कोचिंग का पक्ष जानने के लिए एलन कोचिंग संस्थान के डायरेक्टर गोविंद माहेश्वरी, नवीन माहेश्वरी, व नितेश शर्मा को फोन किया। वाट्सअप मैसेज भी दिया लेकिन उन्होंने कोई जानकारी नहीं दी।

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